क्या 2024 में कलयुग का अंत हो जाएगा? भविष्य मल्लिका भारत की सबसे रहस्यमयी किताब

क्या 2024 में कलयुग का अंत हो जाएगा? भविष्य मल्लिका भारत की सबसे रहस्यमयी किताब

क्या 2024 में कलयुग का अंत हो जाएगा? भविष्य मल्लिका भारत की सबसे रहस्यमयी किताब
क्या 2024 में कलयुग का अंत हो जाएगा? भविष्य मल्लिका भारत की सबसे रहस्यमयी किताब

 

भविष्य मालिका पुराण ये एक ऐसी किताब है जो कि आज से 600 साल पहले ही कोरोना वायरस के महामारी के बारे में दुनिया को बता दिया था।

1 जनवरी 2024 में आए जापान के अर्थक्वेक के बारे में बता चुका था और आने वाला तीसरा विश्व युद्ध जो कि एक न्यूक्लियर युद्ध होगा उसके बारे में भी बताता है आने वाले भूकंप के बारे में भी बताता है जो कि इतना इंटेंस होगा कि कई पहाड़े नदियां बन जाएगी और नदी पहाड़ बन जाएंगे इस लेवल का डिस्ट्रक्शन होगा यह किताब भविष्य बताती है कि दुनिया में आगे क्या-क्या होने वाला है

भविष्य मालिका के हिसाब से साल 2020 से ही अंत का आरंभ हो चुका है नाउ जरूरी बात यह है कि भविष्य मालिका और जितने भी पुराण हैं वह अपने आप में बिल्कुल सही है उनका मैसेज सही है उनका टीचिंग सही है उनका हिंट सही है उनका वार्निंग सही है इस किताब का इनडायरेक्ट सिग्नल सही है लेकिन गलत यह हो रहा है कि इस पुराण को गलत तरह से ट्रांसलेट करके कुछ नई चीज चीजों को खुद से ऐड करके अभी के टाइम पर फैलाया जा रहा है

तो आखिर कहां से आया यह किताब यह किताब 600 साल पहले से ही हमारे बीच में है लोगों का ध्यान इस पर तब गया जब साल 2020 में कोरोना वायरस ने दुनिया में तबाही मचाया आज से 600 साल पहले 16वीं सदी में भारत के उड़ीसा राज्य में एक बहुत ही महान संत थे जिनका नाम था संत अच्युतानंद दास कहा जाता था कि इनके पास ऐसी सिद्धियां थी कि यह भूत वर्तमान और भविष्य को पूरी तरह से आभास कर पाते थे और दुनिया किस राह पे जाने वाली है यह इनको पहले से ही पता था योगा तंत्र आयुर्वेद इन सब फील्ड्स में इनका इमेंस नॉलेज था और इन्होंने ही इस भविष्य मालिका किताब को लिखा था इस किताब के पास हमेशा जगन्नाथ भगवान की फोटो इसलिए होती है

क्योंकि ये किताब ओड़ीशा के जगन्नाथ मंदिर से एक बहुत गहरे तरह से जुड़ा हुआ है असल में इस किताब के हिसाब से उड़ीसा का जगन्नाथ मंदिर ही हमें संकेत देता है कि कलयुग अब अंत होने वाला है यह किताब पीपल के पत्तों पर लिखा गया था तो भविष्य मालिका आखिर क्या कहता है हमारी दुनिया के बारे में कोरोना वायरस जगन्नाथ टेंपल के अंदर मौजूद पीपल के पेड़ और कोरोना वायरस का एक लिंक है क्या है वो लिंक भविष्य मालिका में 600 साल पहले यह लिखा हुआ था कि जगन्नाथ टेंपल के पास जो पूजनीय बरगद का पेड़ है जिसका नाम है कल्प बात ये जब भी उखड़े किसी भी कारण से तो क्योंकि यह भगवान खुद स्वयं पेड़ के रूप में है

क्या 2024 में कलयुग का अंत हो जाएगा? भविष्य मल्लिका भारत की सबसे रहस्यमयी किताब

तो यह संकेत होगा कि कलयुग का अंत नजदीक है और यह लिखा गया था कि अगर यह पेड़ उखड़ा किसी भी कारण से तो दुनिया में एक ऐसी महामारी आएगी जिससे लाखों लोग मरेंगे और हुआ ये कि ओड़ीशा में साल 2019 के अप्रैल महीने में फैनी साइक्लोन आया और 600 साल पुराना बरगद का पेड़ जिसको 600 सालों तक कुछ नहीं हुआ था अप्रैल में वो टूट गया उखड़ गया और ऐसी तरह से डैमेज हुआ जैसा 600 सालों में कभी नहीं हुआ था और इस घटना के 6 महीने ने बाद ही एक ऐसी महामारी सच में दुनिया में आ गई जिसने सच में लाखों लोगों की जान ले ली जिसका नाम था

कोविड-19 और यह दुनिया के सबसे डेव पेटिंग महामारिचयादी भी ग्रंथ को पढ़ लो आपको यह पता चलेगा कि कलयुग का उम्र 432000 साल है है पर भविष्य मालिका ने यह भविष्यवाणी किया कि जो कलयुग 432000 साल का होने वाला था वह लोगों के पाप और दुष्कर्म के चलते मात्र 5000 साल का ही रह जाएगा अब भविष्य मालिका के तीसरे और सबसे भयंकर प्रेडिक्शन के बारे में जानते हैं

कलयुग का अंत इस किताब के हिसाब से ऐसी कई चीजें होगी जो कि यह संकेत होगा कि कलयुग का अंत नजदीक है और आपको याद ही होगा कि थोड़ी देर पहले मैंने आपको कहा था कि भविष्य मालिका यह कहता है कि जगन्नाथ मंदिर ही अंत का सं संकेत देगा और वह संकेत क्या है और ऐसा क्यों कहा जा रहा है कि साल 201920 के बाद दुनिया का अंत कभी भी हो सकता है इन संकेतों के बारे में जानते हैं

जगन्नाथ मंदिर के झंडे में आग लगना इस किताब को लिखे लगभग 600 साल बीत चुके हैं इतने जेनरेशंस आए और गए लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ कि जगन्नाथ मंदिर के झंडे पे आग लग गया हो भविष्य मालिका पुराण में लिखा हुआ है कि किसी भी कारण के चलते अगर मंदिर के झंडे में आग लग गया तो यह अंत का संकेत है लोगों को लगा था कि यह आग लगना नामुमकिन है और 600 सालों तक यह सच भी हुआ लोगों ने प्रोटेक्ट किया इसको पर 26 मार्च 2020 को यह हो ही गया जगन्नाथ टेंपल के झंडे में आग लग गया जब दीप को उसके पास ले जाया गया दूसरा संकेत है

जगन्नाथ मंदिर के ऊपर चिड़ियों का बैठना यह भी लास्ट 3 सालों में बहुत बार देखा गया है नॉर्मली चिड़ियां कभी जगन्नाथ मंदिर के झंडे के आसपास बैठी हुई नहीं दिखती है ऐसा बहुत रेयर होता है कि उसके के ऊपर कोई चिड़ियां बैठी हुई हो और इसका साइंटिफिक एक्सप्लेनेशन भी है क्योंकि जगन्नाथ मंदिर समुद्र के बहुत करीब है और समुद्र से तेज हवा आती है तो उस एल्टीट्यूड में ज्यादातर बर्ड्स एक जगह नहीं रुक पाती है हवा की रफ्तार के चलते लेकिन भविष्य मालिका में ये लिखा हुआ है कि जब इंसान यह ऑब्जर्व करने लगेगा कि चिड़िया जगन्नाथ मंदिर के झंडे के आसपास बैठी है

जो कि आजकल देखा जा रहा है तो यह एक संकेत होगा कि द एंड इज नियर मे बी इसके पीछे भी कोई साइंस हो धरती का विंड और पूरा ग्लोब का विंड सिस्टम धरती के हेल्थ के बारे में बहुत कुछ बताता है और जगन्नाथ मंदिर जहां स्थित है वहां की विंड एक्टिविटी बहुत कुछ बताती है क्योंकि यहां से आगे समुंद्र ही समुंद्र है और इस मंदिर के लोकेशन से अगर आप स्ट्रेट लाइन ड्रॉ करोगे तो बीच में कोई जमीन नहीं आता और यह सीधा अंटार्कटिका में जाकर मिलता है

भविष्य मालिका के हिसाब से 2024 के बाद कभी भी तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो सकता है और साल 2024 के बाद सूरज के एक इंटेंस स्टॉर्म के च चलते धरती का सैटेलाइट और इंटरनेट काम करना बंद कर देगा पूरी तरह से दुनिया में ब्लैक आउट हो जाएगा विश्व युद्ध की बात करें तो ये एक न्यूक्लियर युद्ध होगा जिसमें इमेंस डिस्ट्रक्शन होगा एक ऐसी तबाही जो कि हजारों सालों में इंसानों ने कभी नहीं देखा और इस किताब में यह भी लिखा गया है कि बहुत सारे देश मिलकर भारत पर हमला करेंगे और इस वर्ल्ड वॉर में भारत की जीत होगी लेकिन ये जो वर्ल्ड वॉर वाली बात है इंडिया पे अटैक वाली बात है और सूरज के वेब से सैटेलाइट के खराब होने की बात है इन तीनों बातों का कोई प्रूफ नहीं मिला है

कि ये स्टेटमेंट बनाकर ऐड कर दिया गया है लोगों के मन में डर पैदा करने के लिए या ये ओरिजनली रिटेन था ये अभी भी डिबेटेड है और अनवेरीफाइड है क्योंकि 600 साल पहले सैटेलाइट या फिर जो भी यंत्र हम बोले इससे रिलेटेड वर्ड उस समय नहीं एजिस्ट करता था

और देशों का नाम भी अलग था कई देश एक साथ थे इसलिए ये अभी भी डिबेटेड है लेकिन जो वे रि फाइड है जो संत अच्युतानंद दास ने सच में लिखा है वह यह कि साल 2020 के बाद कलयुग का अंत आरंभ हो जाएगा इस किताब में तीन बड़े भूकंप जो कि साल 2020 के बाद कभी भी आ सकते हैं सबसे बड़ा अर्थक्वेक ऐसा आएगा कि पहाड़ नदियां बन जाएंगी और नदी पहाड़ के लेवल पर आ जाएगा अर्थ का एक्सेस टिल्ट हो जाएगा और पूरी दुनिया तहस नहस हो जाएगी और ऐसे ही कलयुग का अंत हो जाएगा

लेकिन अब आते हैं सबसे इंपॉर्टेंट बात पे क्या हम इस किताब को लिटरली लें कि हां सच में दुनिया खत्म हो जाएगी या फिर यह इनडायरेक्ट टीचिंग का तरीका है क्या यह इनडायरेक्ट अवेयरनेस की किताब है देखो ज्यादातर साधुओं का अभी भी यही मानना है कि विष्णु भगवान का कल्की अवतार आने में अभी बहुत समय है और कलयुग ओरिजनली जो डिसाइडेड था 432000 साल का ही होगा भविष्य मालिका पुराण हमें सिर्फ यह बताती है

कि इंसान तुम सुधर जाओ धरती के क्लाइमेटिक कंडीशंस पर ध्यान दो महामारिचयादी रहे यह चाहता है यह पुराण ना कि डर फैलाना भविष्य मालिका प्रोबेबली संत अच्युतानंद दास का एक प्रयास था जिससे इंसान हमेशा पाप करने से डरे और सही राह पे चले दुनिया किस राह पे जाने वाली है ये इनको पहले से ही पता था और दुनिया में किस एक्सटेंट से पाप बढ़ेगी इसका आभास पहले से ही संत अच्युतानंद दास को था और यह कहना चाहते थे कि सावधान हो जाओ और आपस में ना लड़ो नहीं तो दुनिया का अच्छा खासा भाग खत्म हो ही जाएगा

और आप इन रिसर्चेद और पोल्यूशन के चलते जो क्लाइमेटिक चेंज नामक आपदा ऑलरेडी आ चुकी है ये क्लाइमेट चेंज भूकंप सुनामी और वोल्केनो को भी ट्रिगर करता है और यही कारण है कि क्लाइमेट चेंज को लेके इतने सारे देश मीटिंग्स कर रहे हैं क्लाइमेट चेंज के चलते धरती के सीजंस डिसबैलेंस होने के चलते धरती का बर्फ गलने लगता है और समुंद्र का वाटर वेट बढ़ने लगता है जिससे धरती के अंदर सिस्म एक्टिविटी बढ़ जाती है

और अर्थक्वेक्स ज्यादा मात्रा में आने लगती है मतलब भूकंप को हम कुछ हद तक रोक सकते हैं अगर इंसान धरती के इकोसिस्टम को बैलेंस्ड रखे एक्सेस अति ना करें तो तो असल बात यह है कि कलयुग के अंत में अभी 432000 साल में से 4268 75 साल बचे हैं एज इन 2024 और विष्णु जी के कल्की अवतार आने में अभी बहुत समय है

और जानने की बात यह है कि कलयुग का अंत आते-आते गंगा यमुना और सरस्वती नदी तीनों सूख चुके होंगे अभी के समय में सरस्वती नदी लगभग सूख चुकी है यमुना नदी की हालत खराब है लेकिन गंगा नदी अभी भी अपने यंग फेज में है अभी के समय गंगा एक एक्टिव नदी है

जो कि आज भी अपने फुल फोर्स में है और वक्त के साथ जब ये तीनों नदी सूख जाएंगे उसके बाद विष्णु भगवान के कल्की अवतार का जन्म होगा और कल्की अवतार के जन्म होने के बाद ही कलयुग का अंत होगा इसलिए अभी डरने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है सुनने में आया कि जब से साल 2024 आया है तब से यह किताब काफी ट्रेंड में है

और जब लोग इन भविष्यवाणियों को सुन रहे हैं तो कई लोग डिप्रेशन में आ जा रहे हैं और सोच रहे हैं कि दुनिया इसी साल खत्म हो जाएगी लेकिन ऐसा मत सोचो रिलैक्स रिलैक्स रिलैक्स किसी भी चीज के गहरे मतलब को समझना चाहिए ना कि लिटरल मतलब को अब जैसे अगर बागेश्वर बाबा कुछ बताते हैं तो हमें उसका गहरा मतलब जानने की कोशिश करनी चाहिए जो सीख वो देना चाहते हैं

उस परे ध्यान देना चाहिए ताकि आपकी नॉलेज बढ़े अब वो सीख अगर मिस्टीरियस ढंग से दी जा रही है तो दी जा रही है यह मैटर नहीं करता लोगों का नॉलेज बढ़ रहा है लोग सही राह पे आ रहे हैं लोगों के अंदर आस्था था बढ़ रही है लोगों के अंदर सत्य प्रेम दया क्षमा आ रही है यह मैटर करता है भविष्य मालिका लिखा गया था ताकि लोग और जागरूक हो गलत काम को छोड़े क्योंकि अगर इंसान में वायलेंस बढ़ा तो एनीवे सब खत्म हो जाएगा

संत अच्युतानंद दास ने सिर्फ भविष्य मालिका ही नहीं दिया था बल्कि पूरी दुनिया को अलग-अलग फील्ड्स में बहुत कुछ सिखाया था लेकिन इनका जो सबसे बड़ा टीचिंग था वो था गॉड के बारे में यानी भगवान के बारे में कि आखिर भगवान क्या है ये इस बात को कहते थे कि जो वर्ल्ड की अल्टीमेट एनर्जी है वह एक ही है और वह है शून्य यानी जीरो वॉइड नथिंगनेस एम्टिनेशन सब कुछ इसी सुनने से आया है और सब कुछ सुनने में ही जाकर वापस मिलेगा क्या आप सुनने को अनुभव करना चाहते हो तो मेरे साथ सोचो कि इस ब्रह्मांड का सब कुछ गायब हो गया है

आप गायब हो गए हो आपका फोन गायब हो गया है आपका रूम गायब हो गया है पूरा प्लेनेट गायब हो गया है सोलर सिस्टम गायब हो गया है यूनिवर्स गायब हो गया है आप नहीं हो कुछ भी नहीं है नॉट इवन स्पेस यह स्पेस भी नहीं है अब विरोधाभास यह है कि जब हम सुनने को सोचते हैं तो आप एक ब्लैकने को इमेजिन करते हो वो ब्लैकने सुन्य थोड़ी हुआ नथिंगनेस थोड़ी हुआ वो तो आप इमेजिन कर पा रहे हो जिस चीज को आप इमेजिन कर पा रहे हो वो शून्य कहां से हुआ वो तो एजिस्ट करता है आप इमेजिन कर रहे हो यह शून्य नहीं हुआ

यह ब्लैकने हुआ पर शून्य मतलब उस कंप्लीट एम्टिनेशन को भी एमटी कर दो जब कुछ नहीं बचता है तब वो सुन्य बचता है जो हमेशा से था ब्रह्मांड आएंगे ब्रह्मांड जाएंगे पर यह शून्य हमेशा था है और रहेगा इंसानी दिमाग शून्य को इमेजिन इसलिए नहीं कर सकता क्योंकि दिमाग का सोचने का एक दायरा है जिसके आगे वो नहीं निकल सकता एक सामान्य इंसान नहीं निकल सकता लेकिन साधु संत और मंगस अपने दिमाग को मेडिटेशन के जरिए इतना कैपेबल बनाते हैं

कि ये ऐसी चीजों को अनुभव कर पाते हैं जो आम इंसान के ख्यालों में भी नहीं आ पाता और जो इंसान के पांच सेंसेस से भी परे हैं वैसे दुनिया खत्म होने की बात करें तो पास्ट में साल 2012 में भी ऐसी कुछ प्रेडिक्शन की गई थी कहा जाता था कि मायन सभ्यता में यह लिखा हुआ है कि साल 2012 इस धरती का आखिरी साल होगा इस पर कई मूवीज बने न्यूज़ वाले टीआरपी ले गए लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ

अब भविष्य देखने की शक्ति पे थोड़ी बात करते हैं आते हैं इस बात पे कि आज भी दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जैसे अफ्रीकन में ऐसे कई स्पेशल मिस्टीरियस ट्राइब्स हैं जिनके बारे में यह कहा जाता है कि यह फ्यूचर देख सकते हैं वो भी एक्युरेटली हजारों के तादाद में लोग उनके पास जाते हैं और उन्हें भर-भर के डोनेशंस देते हैं

और वोह लेते भी हैं और इससे वो ट्राइब कमाता है और अपना घर चलाता है लेकिन रियलिटी यह है कि आज के समय में कोई भी अगर आपको कहे कि वह भविष्य देख सकता है यानी फ्यूचर देख सकता है तो वह सरासर झूठ बोल रहा है संत अचुथानंदन और जितने पुराने सेंट्स थे

इनके पास ऐसी सिद्धियां थी और इनको पता था सब कुछ इसलिए उन्होंने अवेयर करने के लिए ऐसी किताबों को लिखा लेकिन आज के समय अगर आपको कोई आज का इंसान कहे कि वह भविष्य देख सकता है तो यह झूठ है अगर किसी के पास भविष्य देखने की ताकत आ जाए तो व एक महीने के अंदर दुनिया का सबसे अमीर इंसान बन सकता है और जो चाहे वह कर सकता है

जो चाहे वह पा सकता है स्टॉक मार्केट में ऑप्शंस ट्रेडिंग नाम का एक व्यापार होता है वायदा कारोबार जिसमें कॉल ऑप्शन नामक एक कांट्रैक्ट होता है मान लो निफ्टी 50 22000 पे चल रहा है और आपको पता है कि अगले महीने निफ्टी 22800 पे आ जाएगा तो एक महीने में ही वो लिटरली अनलिमिटेड पैसा बना सकता है एक स्टॉक या इंडेक्स की कीमत x से y होने वाली है 22000 से 22800 होने वाली है यह किसी इंसान को पक्का पता है

तो वो आज ही 22800 का कॉल ऑप्शन खरीद लेगा सस्ते रेट्स में और जब निफ्टी 22800 पर पहुंच जाएगा तो व सेल कर देगा मान लो उसने ₹1 लाख लगाया है तो वो ₹ लाख से ₹ करोड़ या उससे ज्यादा कमा लेगा और क्योंकि वह इंसान भविष्यवाणी कर सकता है तो वह इसी चीज से लिटरली अनलिमिटेड पैसा छाप सकता है फ्यूचर यानी भविष्य की सबसे खूबसूरत बात पता है क्या है यही कि इसको कोई भी प्रिडिक्ट नहीं कर सकता सिर्फ उस ऑलमाइटी के सिवा

धन्यवाद

कैसे एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर इंसान बने थे। एक बिलियनर के पास असल में उतना पैसा होता ही नही है। O/24

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