सही समय का इंतजार करो | 2024

सही समय का इंतजार करो | 2024

दोस्तों सही समय का इंतजार करना जीवन की एक महत्त्वपूर्ण कला है कई बार हमारी योजनाएं और मार्गदर्शन इस पर निर्भर करते हैं सही समय पर कार्यवाही करना हमें सफलता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर सकता है कभी-कभी इसका इंतजार करना धैर्य और समझदारी की आवश्यकता होती है

सही समय का इंतजार करो | 2024
सही समय का इंतजार करो | 2024

 

ताकि हम सही निर्णय ले सकें और अपने लक्ष्यों की दिशा में स्थिर रूप से आगे बढ़ सकें जब हम सही समय का इंतजार करते हैं हमें अधिक समझ मिलती है स्थिरता और सही निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है इस प्रक्रिया में धैर्य रखना महत्त्वपूर्ण होता है आज मैं आपको बताऊंगा सही समय का इंतजार करना कितना जरूरी होता है एक कहानी के माध्यम से एक बार की बात है

गौतम बुद्ध अपने शिष्यों के साथ एक गांव से दूर किसी बड़े नगर की तरफ जा रहे थे गर्मी के दिन थे और रास्ता भी बहुत लंबा था गौतम बुद्ध अपने शिष्यों सहित बहुत देर से चल रहे थे जिस वजह से उन्हें बहुत प्यास लगती है वहां से कुछ ही दूरी पर वृक्ष की एक घनी छाव थी सभी लोग उस वृक्ष के पास पहुंच जाते हैं

महात्मा बुद्ध अपने शिष्यों सहित वृक्ष की घनी छाया के नीचे विश्राम करने लगते हैं बहुत देर से चलने की वजह से सभी का गला प्यास से सूख रहा था यह बात बुद्ध जानते थे बुद्ध ने अपने एक शिष्य को कहा आप इस बरगद की छाया से 20 कदम दूर जाकर बरगद की दो बार परिक्रमा करके वापस आओ शिष्य वैसा ही करता है

सही समय का इंतजार करो | 2024

जैसा बुद्ध ने बताया परिक्रमा के बाद जब शिष्य महात्मा बुद्ध के पास आया तो बुद्ध बोले कि क्या आपको किसी ठंडी हवा का अनुभव हुआ था शिष्य बोला हां महात्मा बुद्ध उस उत्तर दिशा की तरफ से मुझे कुछ ठंडी हवा की अनुभव हुआ था शिष्य की यह बात सुन महात्मा बुद्ध शिष्य से तुरंत बोले कि उसी दिशा में चले जाओ जरूर वहां से कुछ ही दूर पर एक तालाब अवश्य मिलेगा

उस तालाब से सबके लिए पानी ले आओ शिष्य उसी दिशा में जब कुछ दूर जाता है तो वहां सच में एक तालाब होता है तालाब देख शिष्य बहुत प्रसन्न होता है और तालाब के निकट जाकर जैसे ही तालाब से पानी भरने वाला होता है तभी शिष्य की नजर वहां दूर तालाब में कपड़े धो रही कुछ स्त्रियों पर जाती ह यह देख शिष्य मन में सोचते हैं कि यह पानी तो गंदा हो गया है

लेकिन जब शिष्य ध्यान से तालाब के पानी को देखते हैं कि अभी भी तालाब का कुछ पानी साफ है इतने में दो बैलगाड़ी जोर से तालाब के किनारे से होती हुई निकल जाती है बैलगाड़ी के पहिए तालाब की मिट्टी के ऊपर इतनी जोर से निकलते हैं कि तालाब के नीचे बैठी बहुत सारी मिट्टी तालाब के ऊपर आ जाती है जिस वजह से तालाब का बचा हुआ पानी भी गंदा हो जाता है

यह देख शिष्य बिना पानी लिए क्रोध में महात्मा बुद्ध के पास वापस चला जाता है शिष्य बड़े ही निराशा भाव से महात्मा बुद्ध को सब बात बताता है शिष्य की बातें सुन सभी शिष्य बोलते हैं कि हमें तुरंत यहां से निकलना चाहिए किसी दूसरी जगह पानी की खोज करनी चाहिए वरना प्यास के मारे जान निकाल जाएगी इधर महात्मा बुद्ध सभी को शांत होने के लिए कहते हैं

और बोलते हैं कि धीरज रखो कुछ देर यही बैठो उचित समय आने तक संयम बनाए रखो सभी महात्मा बुद्ध की बात सुनकर शांत हो जाते हैं और वहीं बैठ जाते हैं कुछ समय बीत जाने के बाद महात्मा बुद्ध फिर से अपने शिष्य को उसी तालाब से पानी लाने के लिए कहते हैं शिष्य बिना कोई सवाल किए उसी तालाब से पानी लेने के लिए फिर से चला जाता है

सही समय का इंतजार करो | 2024

तालाब की हालत देख शस्य को यकीन नहीं होता तालाब का पानी पूरी तरह से साफ होता है यह देख शिष्य बहुत खुश होता है और पानी भरकर महात्मा बुद्ध के पास जाता है सभी पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं लेकिन अभी सबके मन में यह एक सवाल था कि आखिर यह चमत्कार हुआ कैसे तालाब का सब पानी तो गंदा था उन्हें लगा कि जरूर यह बुद्ध की शक्ति है

इनमें एक शिष्य ने यह सवाल महात्मा बुद्ध से पूछ ही लिया कि यह चमत्कार आपने कैसे किया शिष्य का जवाब देते हुए महात्मा बुद्ध बोले कि यह कोई चमत्कार नहीं यह आपके सब्र का फल है यह फल है आपके सब्र बनाए रखते हुए उचित समय के इंतजार का जितनी देर हम सब लोगों ने सब्र किया उतनी देर तक तालाब के पानी की ऊपर तैर रहे सभी गंदे तत्व और मिट्टी तालाब के पानी के नीचे बैठ रहे थे

फिर कुछ देर बाद शिष्य जब वहां तालाब के पास पहुंचा तब तक सब दूषित कण नीचे बैठ चुके थे जिस वजह से तालाब का पानी पहले की तरह साफ हो चुका था तथा तालाब साफ दिखाई दे रहा था यदि उस समय आप लोगों ने सब्र ना किया होता धैर्य ना रखा होता तो आप सब इतनी गर्मी में पानी की खोज में प्यासे रहकर शायद अब तक मृत्यु को प्राप्त हो गए होते

क्योंकि यहां से अगला कोई तालाब है या नहीं और होगा भी तो क्या उसका पानी साफ होगा या नहीं इन सब कारणों से आप कभी प्यास ना बुझा पाते और प्यास से मर जाते दोस्तों मैं उम्मीद करता हूं यह बुद्ध की शिक्षाप्रद कहानी आपको पसंद आई होगी तो इसे अपने दोस्त और परिवार के साथ शेयरशेयर जरूर करें

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https://youtu.be/rbo4CznCCPk?si=jnspTh1HqVw-vY1M

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