21 दिन में सफल बना देंगी ये आदतें सफल होना है तो ये चैलेंज लो
दोस्त आपने अब तक बहुत अच्छा कर लिया लोगों के लिए हमेशा आपने लोगों के लिए वह सारी चीजें करी जिसके वह हकदार भी नहीं थे आपने अपनी सारी लिमिट क्रॉस करके उनके लिए अच्छा करा इसलिए कि वो लोग आपको इज्जत देना स्टार्ट कर दें लोग आपको सम्मान करना स्टार्ट करे 21 दिन में सफल बना देंगी ये आदतें सफल होना है तो ये चैलेंज लो।
लेकिन नहीं हुआ उसका उल्टा हुआ आपने अच्छा किया और आपके साथ बुरा हुआ आपने किसी को इसलिए सम्मान दिया क्योंकि आप अच्छे इंसान थे लेकिन उसके बदले में आपको क्या मिला आप एक बुरे इंसान बन के रह गए उनकी नजरों में।
तो आज की इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 8 पॉइंट पर चर्चा करने वाले हैं जिस को सीखने के बाद अगर आप अपनी जिंदगी में उन पॉइंट्स को अप्लाई कर लिए तो आपकी लोग इज्जत करेंगे लोग आपको प्यार देंगे भर भर कर सम्मान भी देंगे तो भूल जाइए क्योंकि अब आप एक ऐसे इंसान बनोगे जिनके बारे में लोग मिसाले देना स्टार्ट करेंगे।
मात्र 21 दिन चाहता हूं दोस्त आपके 8 पॉइंट बताऊंगा अगर आठ पॉइंट आपने 21 दिन लगातार करना स्टार्ट कर दिया तो ये 21 दिन आपको बदल के सालों साल की वो सीख देके चले जाएंगे जिसके बारे में शायद आपने सोचा ही नहीं होगा।
इतने बड़े जितने भी उम्र होगी आपकी मुझे नहीं पता कितनी एज है 16 17 18 यहां से लगा के आज इसे पढ़ने के बाद 21 दिन के बाद जो आप बन के निकलोगे मैं गारंटी लेता हूं कि आप एक महान इंसान बनोगे जिसकी लोग चर्चा करेंगे समाज में
21 दिन में सफल बना देंगी ये आदतें सफल होना है तो ये चैलेंज लो
प्वाइंट no.1 खुद को कभी कमजोर मत समझो: जीवन में कितनी भी परेशानियां हो जाए अपने आप को कमजोर मत समझना कोई छोड़ के चला जाए कोई बेवजह आपकी इज्जत ना करे कोई आपको वो बातें कह दे जो बातें सुन के आपका दिल टूट सकता है उसके बावजूद भी अपने आप को कमजोर मत समझना।
जिस दिन आप अपने आप को कमजोर कर लोगे उस दिन आपको कोई मजबूत नहीं कर सकता और इस दुनिया का उसूल है जिस इंसान ने खुद को मजबूत नहीं करा ना उसको कोई इज्जत नहीं करता है तो अपने आप को मजबूत बनाइए परिस्थितियां कैसी भी हो।
इमोशन को हैंडल करने की जिम्मेदारी सिर्फ आपकी होनी चाहिए कमजोर नहीं होना है भूल से भी 21 दिन का जो मैं आपको चैलेंज दे रहा हूं।
प्वाइंट no.2 इस चैलेंज में आप ज्यादा रिश्ते नहीं बनाएंगे आपको रिश्तों से कोई लेना देना नहीं है दोस्त ये रिश्ते कोई काम के नहीं सिर्फ आपका समय बर्बाद करते हैं।
एक समय पर जब आपके पास कुछ नहीं होगा आपके पास पैसा नहीं होगा आपका एक अपब्रिंगिंग जो होता है पैटर्स होता है जहां पर आप बहुत अच्छे लुक वाइज बहुत अच्छे लगते पर्सनालिटी आपकी नहीं बचेगी तो वहां पर आपके रिश्ते काम नहीं आते रिश्ते पता है कैसे बनते हैं।
रिश्ते बनते हैं आपको देखकर आपकी अच्छाई को देखकर आपकी खूबसूरती को देखकर खूबसूरती शकल नहीं बताती है कई बार खूबसूरती पैसा बता देती है कई बार खूबसूरती आपका व्यक्तित्व बता देता है कई बार खूबसूरती आपकी बात करने का तरीका हंसी ठिठोली ये सब बता देता है लेकिन सोचिए अगर आपके पास वो चीजें नहीं है जो आप दुनिया को दे पाओगे तो आपके साथ लोग जुड़ना क्यों पसंद करेंगे।
और अगर आप इतने अच्छे हो जाओ कि लोग आपसे जुड़ने पर मजा महसूस करें तो जाहिर सी बात है कि लोग आपसे जुड़ना स्टार्ट कर देंगे एक कहावत होती है कि जिसके हाथ में पैसा होता है वही इंसान किसी को भीख दे सकता है मतलब कि अगर आपके पास पैसा है तो आप भिखारियों को दान दोगे अगर आपके पास पैसा नहीं है तो आप क्या ही दान दोगे।
वही इसी का उल्टा अपने लाइफ में लेकर आइए कि अगर आपके अंदर अच्छाई होगी तो आप अच्छाई दे पाओगे बुराई होगी तो बुराई दोगे नेगेटिविटी होगी तो नेगेटिविटी दोगे आप दिल तोड़े बैठे हो तो दिल टूटा ही चेहरा दिखाओगे ऐसी चीजें मत करो अपने ऊपर काम करो रिश्ते रिश्तों का क्या है आज बनते हैं कल बिगड़ के चले जाते हैं।
21 दिन में सफल बना देंगी ये आदतें सफल होना है तो ये चैलेंज लो
एक असमंजस की घड़ी तब आ जाती है जब समझ में नहीं आता कि point no.3 दिल की सुने या दिमाग की सुने कई ऐसी परिस्थितियां हो जाती है हमारी जिंदगी में जब दिल कहता है कि यह कर लो लेकिन दिमाग कहता है यह कर लो कई सारे फिलोसोफर ये कहते हैं कि नहीं दिमाग की सुननी चाहिए क्योंकि जहां पर अगर आपने दिमाग नहीं लगाया तो आप गलत कर दोगे।
आप कोई सेंस नहीं लगा पाओगे किसी चीज में मेरा मानना इससे थोड़ा सा उल्टा है दोस्त हर जगह पर दिमाग नहीं लगाना चाहिए कई बार ऐसा होता है कि दिमाग हमें कैलकुलेटिव फॉर्मेट देता है कि ये चीज ऐसे होती है ये चीज ऐसे होती है उसने मुझसे बात नहीं करी अब तुम भी बात मत करो ये नहीं हुआ वो ना कर दे यानी कि ये दिमागी थोड़ा सा खेल होता है।
जो अच्छा नहीं होता है आप दिल की सुनो देखो कि क्या चीज ऐसी है जो बार-बार दिल कह रहा है करने के लिए वही चीज कर दो वही फाइनल है जो आपका का दिल स्वीकार कर दे जिस चीज जिस बात के लिए आपका दिल गवारा कर जाए वो बात सच्ची होती है।
दोस्त तो अपने दिल की हमेशा सुने इस दुनिया का उसूल है दोस्त जो सीखेगा वही जिएगा आप जिंदा हो और कुछ नहीं सीख रहे हो तो आप बेकार इंसान हो अगर आज आपने यह सीख लिया कि यह चीज कैसे होती है यह भी बहुत बड़ी बात है आपके लिए जब तक आप जिंदा हो तब तक आपको सीखते रहना चाहिए।
21 दिन में सफल बना देंगी ये आदतें सफल होना है तो ये चैलेंज लो
मुर्दे कभी नहीं सीखते हैं और सीखने वाला इंसान ही जिंदा दिल इंसान होता है वरना पड़े रहते हैं कई ऐसे लोग जो कुछ नहीं सीखते हैं उनकी वैल्यू ना इंसानों में ना होती है ना मुर्दों में होती है सब बर्बाद हो जाते हैं तो अगर आपको वास्तव में इस दुनिया में सबसे ज्यादा आगे जाना है तो हमेशा अपने आप को लर्निंग कांसेप्ट में रखना है।
कुछ भी चीज मिले कहीं से भी मिले छोटे से मिले बड़े से मिले बाहर से मिले अपनी सीख से मिले दूसरे की सीख से मिले किसी ने समझा दिया खुद समझ लिए पढ़ लिए देख लिए लेकिन आपको सीखते रहना है जीवन के किसी भी पल में ऐसा नहीं होना चाहिए कि यार आज मैंने कुछ नहीं सीखा आज का पूरा दिन बर्बाद हो गया।
आज पूरे दिन कभी बैठो और निकालो कॉपी डायरी देखो क्या आपने सीखा क्या वास्तव में आप कुछ सीखते हो दुनिया में अगर आपकी रात की डायरी में कम से कम 101 पॉइंट ऐसे नहीं होते कि आपने कुछ सीखा नहीं तो आप बेकार हो इसका मतलब आप जिंदगी में वो नहीं कर रहे हो जिस चीज के लिए उद्देश्य जिसका उद्देश्य है।
आपका यहां पर इस धरती में आने का तो सीखते रहना बहुत जरूरी है आपके लिए हमारे उठने और सोने का ही टाइम क्लियर नहीं होता है हमें पता ही नहीं चलता है हम कब उठ रहे हैं कब सो रहे हैं कब खा रहे हैं कब पी रहे हैं अगर आपका कंट्रोल इन चीजों पर नहीं है उठने बैठने सोने खाने पीने दौड़ने भागने इन पर अगर आपका कंट्रोल नहीं है तो आप कुछ नहीं कर सकते हो।
आपको डिसिप्लिन होना पड़ेगा पहले तो आपको सही समय पर कोई काम करना सही समय पर सोना सही समय पर खाना इस चीज के बारे में अगर आपको अच्छी जानकारी हो जाए तो आप वास्तव में वो इंसान बनोगे जो डिसिप्लिन है जो दुनिया को सिखा सकता है जो दुनिया को लीड कर सकता है।
देखिए दोस्त जो लीडर्स होते हैं ना वो डिसिप्लिन पहले होते हैं वो डिसिप्लिन इसलिए नहीं आता है कि आप कोई काम कर रहे हो बस वो काम अच्छा कर रहे हो नहीं आपके उठने का तरीका भी है बड़ा डिसिप्लिन बनाता है आप अगर गुल्लक में ₹10 भी रोज डाल रहे हो ना वो भी आपको डिसिप्लिन बना देता है।
ये तो एक थ्योरी है साइकोलॉजी एक हेनरी थी वो साइकोलॉजिस्ट थी उन्होंने बताया कि अगर आपको वास्तव में डिसिप्लिन होना है तो आप लगातार क्या करो पांच से 10 जो भी आपसे बन पाए गुल्लक में रोज प्रतिदिन रुपया डालना स्टार्ट कर दो देखना एक समय ऐसा आएगा जब आप डिसिप्लिन इंसान बन जाओगे।
चलो ये तो एक एग्जांपल था मैं बता रहा हूं कि सोने का टाइम आपको क्लियर होना चाहिए कि कब सोना है क्लियर होना चाहिए कब उठना है क्लियर होना चाहिए कब खाना है क्लियर होना चाहिए कब क्या करना है टू डू लिस्ट में आपके क्लियर वेरीफाइड होना चाहिए कि यह एक इंसान जो कि आपका नाम है वो क्या करता है पूरे दिन,
राइट डिसिप्लिन बहुत जरूरी है दोस्तो इस दुनिया में जिंदा रहने के लिए एक बुक है 48 लॉज ऑफ पावर जिसको रोबर्ट ग्रीन ने लिखा है उन्होंने एक बड़ी अच्छी बात बोली उन्होंने क्या कहा जितना जरूरत हो ना उससे भी कम बोलो हमारी लोगों की सबसे बड़ी कमी पता है क्या होती है कि हम बोलते चले जाते हैं हमें समझ में नहीं आता कि हमें कब रुकना है।
वो एक कहावत होती है कि यह जरूरी नहीं जानना कि हमें क्या बोलना है हमें यह जरूर जानना चाहिए कि हमें क्या नहीं बोलना चाहिए अक्सर हम बहुत बोल देते हैं इंसानों को समझाते रहते हैं इंसानों के बीच में अपनी पहचान बनाने के लिए हम वो सारी बातें बोलते हैं जिनका कोई उद्देश्य शायद ना हो कई बार तो हम घर पर ही जाकर सोचते हैं अरे यार ये मैंने क्या बोल दिया ये नहीं बोलना चाहिए था।
अरे ये क्यों बोल दिया मैंने इतनी बड़ी बात मेरे मुंह से गलती से कैसे निकल गई और ये गलतियां क्यों होती है हमारी जो जबान होती है ना ये हमसे बहुत गलतियां कराती है लेकिन अगर इसी जबान को हम कंट्रोल करके चले सोच समझ के जवाब दें तार्किक हो जाए थोड़ा तर्क वितर्क से बात करें थोड़ा सा नॉलेज फुल बात करें।
अपनी पर्सनालिटी में कुछ एक ऐसा डेवलप करें कि जब इंसान के सामने बैठे तो इंसान हमारी आवाज सुनने के लिए तरस जाए यार ये इंसान ये बोल नहीं रहा है ये इंसान बोलेगा तो कुछ क्या ऐसा बोलेगा अरे ये जब बोलता है ना तो कुछ ऐसी बात बोलता है जो बड़ी वैल्युएबल है आप अपने आप को इस तरीके से क्यों नहीं बनाते हो आप अपने आप को इंगेजिंग बनाओ समझदार बनाओ कम बोलो बहुत ज्यादा बात नहीं जोकर लगता है जोकर नहीं बनना है दुनिया में कुछ बदलाव अगर लाना है तो आपको महान बनना है।
लीडरशिप क्वालिटी अगर आपके अंदर आना स्टार्ट हो गई तो आप दुनिया जीत जाओगे और ये जोकर पंथी मत करो हंसी मजाक लड़कियां इंप्रेस कर रहे हो लड़कियों को हंसा रहे हो सब क्या क्या सीखे बच्चों वाली बातें हैं ये अच्छी नहीं होती है ये अच्छे घरानों के लोग और अच्छे बड़े इंसान नहीं करते ये सब कभी नहीं देखा होगा आपने फेमस इंसान हे हे हे हे कर रहा है हंसे जा रहे नहीं गलत हरकत है यह सब।
कम बोलो डिसिप्लिन बोलो उतना बोलो जितना जरूरी है बेवजह बोलने की जरूरत नहीं आपको अक्सर हम क्या करते हैं जब भी कोई काम करना स्टार्ट करते तो सोचते चलो यह दोस्त है इसको साथ में ले लेते हैं अरे यह तो हमारा कलीग है अरे ये तो हमारा संपर्क है इसी को ले लेते हैं साथ में काम करना कोई स्टार्ट कर देते हैं।
नहीं बिल्कुल नहीं अपने काम को काम के जैसा समझो अगर कोई काम करना चाह रहे हो तो उसके लिए कोई स्किल ट्रेड बंदों को हायर करो साथ में देखो कि कौन हमारे साथ सही इंसान है उसको लो कभी दोस्तों को कभी रिश्तेदारों को अपने साथ कभी भी किसी काम में मत लेना ये सब बेकार इंसान होते हैं क्योंकि आप इनसे कुछ कह तो पाते नहीं हो।
दोस्त है कोई चार बात बोल दोगे बुरी लग जाएगी तो दोस्ती भी टूट गई और आपका काम भी टूट गया तो हमेशा कोई भी काम करने से पहले अगर आपका इच्छा है कि कोई मैं काम करना चाहता हूं अपने दोस्तों रिश्तेदारों इनसे थोड़ा दूर हो जाइए उनको हायर करिए जो प्रोफेशनल है जो स्किल्ड है जो करना चाहते हैं जो लायक है।
जिनके अंदर बेवजह लोगों को नहीं लाना अपने साथ बिल्कुल भी एंटरटेनमेंट नहीं करना है एंटरटेन नहीं करना है हमेशा वर्क करना है दोस्त राइट रॉबर्ट ग्रीन सर ने 48 लॉज ऑफ पावर बुक में लॉ नंबर 25 में क्या लिखा रीक्रिएट योरसेल्फ अपने आप को क्रिएट करो जरूरी नहीं जो समाज में चल रहा है जो समाज का है उसी के मुताबिक आप वही काम करो।
जो समाज सिखाता है समाज कहता है ये नाचो तो बसंती नाचेगी ऐसा थोड़ी ना हो होता है अपने उसूल बनाओ अपने आप को एक अलग इंसान बनाओ तो कुछ ऐसी बातें करो कुछ अपने प्रोस्पेक्टिव बनाओ कुछ अपने थॉट्स बनाओ कुछ क्रिएट्स करो जो दुनिया से थोड़ा सा अलग होने चाहिए।
समाज की बनी बातें तो सभी लोग बोल लेते हैं लेकिन समाज के अंदर जो बदलाव लाने वाले इंसान होते हैं वो कुछ ही होते हैं उनमें से एक बनो समाज के अंदर कुछ ऐसी बातें लेके आओ जब समाज उन बातों को सुने तो कहे यार इसने कोई बात बताई थी तो आपकी बात किताबों में छप जाए तो आपकी बातें अखबारों में छप जाए तो आपकी बातें सेलिब्रिटीज बोलना स्टार्ट कर दे।
समाज के बीच से अलग होकर दिखाओ रीक्रिएट योरसेल्फ नॉट कि समाज जो बोल रहा है भैया वही करते है पापा जो बोलते हैं वही करते हैं मैं नहीं यहां पर खिलाफ कर रहा हं कि पैरेंटल आप पेरेंट्स के खिलाफ बोले अगर आपके कुछ थॉट्स है अगर आपके कुछ ऐसे महत्व है आपकी जिंदगी के जो आपको लगता है कि यह चीज दुनिया में बदलाव लेक आएगी।
आप बनाओ अपने आप को एक ऐसा इंसान बनाओ जैसा कोई ना हो इस दुनिया में ये आठ पॉइंट जो आज मैं आपको बता के गया हूं इन पॉइंट्स पर अगर आपने थोड़ा भी इज्जत से काम कर लिया ना तो आप इंसान एक ऐसे बनने वाले हो जो लोगों को इन्फ्लुएंस करोगे जो लोगों से काम निकलवाने की काबिलियत रखोगे जो लोगोंस के बीच में जाने से डरोगे नहीं आपके अंदर कॉन्फिडेंट झलकेगा आप जब भी कोई काम करना स्टार्ट करोगे तो आपको लगेगा कि हां यार कुछ है मेरे अंदर।
देखिए इंसानों के पास जब कुछ होता है चाहे वो पैसा हो चाहे वो अपना ज्ञान हो चाहे वो अपना समझ समझदारी हो कुछ ऐसी चीजें जब होती हैं तो इंसान अपने आप को कॉन्फिडेंट समझता है और कॉन्फिडेंट होने के लिए आपको डिसिप्लिन होना बहुत जरूरी है तो ये सारे पॉइंट जो मैंने आज आपको बताया है वो वन टू वन एक बार और रिकॉल करिए मैं आपको पॉइंट्स आपको लिख के देता हूं इन पॉइंट्स को दोबारा अपने जीवन में उतारिए और इन पे काम करना स्टार्ट करिए।
21 दिन का मात्र चैलेंज है देखते हैं आप कर पाते हो या नहीं कर पाते हो अगर आप करना चाहते हो 21 दिन का ये चैलेंज तो हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर लिख के बताइए कि हां मैं करना चाहता हूं और आज से अपने लाइफ को चेंज करूंगा बहुत हो गया रूढ़िवादी पैटर्स को फॉलो करते करते जी रहे हैं बस काट रहे हैं जीवन काटने नहीं आए हो आप यहां पर आपको बदलाव लाना है बदलाव वो लाता है जो बदलाव पहले खुद के अंदर लाता है।
समाज बदलने चले हो खुद को बदलना आता नहीं समाज के अंदर बदलाव लाने की बात करते हो लोगों से खुद के अंदर जब बात आती है बदलाव की तो आप एक कदम भी नहीं उठाते हो और आप चाहते हो कि आपको लोग सम्मान करना स्टार्ट कर दे लोग आपकी वैल्यू करें लोग वैल्यू उन्हीं की करते हैं जो बदले होते हैं जो अलग होते हैं जो निकले होते जो निखरे होते हैं i
धन्यवाद।।