कम बोलने की ताकत जानलो सब मरने लगेंगे आप पर 2024
एक बेवकूफ की पहचान उसकी बातों से होती है और एक समझदार इंसान की पहचान उसके शांत रहने से कम बोलने की ताकत जानलो सब मरने लगेंगे आप पर 2024
दोस्तों आचार्य चाणक्य ने भी ये कहा है की जिस व्यक्ति ने ये समझ लिया की क्या कब कहा और कितना बोलना है उस व्यक्ति को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता जिस तरह कमान से निकाला हुआ तीर कभी वापस नहीं आता ठीक इस तरह मुंह से निकले हुए शब्द कभी वापस नहीं आते आपके शब्द आपकी ताकत भी बन सकते हैं और आपकी कमजोरी भी।
आपका सही समय पर सिर्फ चुप रहना आपको कई सारी परेशानियों से बच्चा सकता है वही कई बार आपका बोला हुआ सिर्फ एक शब्द भी आप ही के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकता है फिर भी कई लोग अपनी जुबान का इस्तेमाल खुद को समझदार दिखाने के लिए करते हैं जबकि जीनियस और महान राजा भी ऑलरेडी यही बोलकर गए हैं की साइलेंस में ही असली पावर छुपी है।
क्योंकि समझदार और सक्सेसफुल इंसानों को पता होता है की कब कहा किस वक्त और कहां बोलना है तो इसीलिए हम आपको साइलेंस के ऐसे छह फायदे बताएंगे जिससे आज ही नहीं बल्कि अभी से आप यह सिख जाओगे की आपको कब कहां कैसे बोलना है और जितना बोलने की आपको जरूर है आप सिर्फ उतना ही बोलोगे।
1. Silence Make Your Opponent Confuse: जब तक की कमरे में मौजूद सभी लोग 100% शांत ना हो जाए तब तक कुछ मत बोलो और बस वेट करो सभी लोगों का ध्यान आपके तरफ बढ़ने लगेगा की ये कुछ क्यों नहीं बोल रहा उनकी एक्सपेक्टशं बढ़ने लगेगी धीरे-धीरे सभी लोग सोचने लगेंगे की ये क्या सोच रहा है।
दोस्तों ये कोई मैनिपुलेशन टेक्निक नहीं है बल्कि सही टाइमिंग का सेंस और जब आपको लगे की अब सब शांत है सबका ध्यान बस आपकी बात सुनने पे है तब बोलना शुरू करो आपकी बात 10 गुना ज्यादा इंपैक्ट डालेगी और जरूरी लगेगी।
जीनियस लोगो ने अपने साइलेंस के पावर से हजारों दुश्मनों को हराया करते थे कई बार वो सिर्फ चुप रहकर अपने दुश्मनों को एक गहरी थिंकिंग में दाल देते थे उनका कहना था की जब आप चुप रहते हो तो आप अपने दुश्मनों को अनकंफर्ट कर देते हो
कम बोलने की ताकत जानलो सब मरने लगेंगे आप पर 2024
जहां वो बस आपके बारे में सोचना शुरू कर देते हैं की आपका प्लान क्या है आप आगे क्या करने वाले हो आपका अगला कम क्या होगा ये सब सोचने में अपने फोकस को लगा देता है और आप जीत जाते हो जो यह जानता है की कब बोलना है और कब नहीं बोलना वो हमेशा जीतता है।
2.Slence Builds Laser Focus: बुद्ध का कहना था की बोलने से पहले अपने शब्द को इन तीन क्वेश्चंस के गेट से पास होने दो
- आप जो बोल रहे हो क्या उसमें वैल्यू है
- दूसरा क्या आपका बोलना अभी जरूरी है
- तीसरा क्या इन शब्द से कोई डिफरेंस क्रिएट होगा या लोग इसे एक कान से सुनेंगे और दूसरे कान से निकाल देंगे
इन तीन गहरी सवालों का जवाब आपको किसी से बात करके नहीं मिलेगा बल्कि जब आप साइलेंट स्टेट में होंगे तब आपका फोकस इन सवालों पर जाएगा और आप बेहतर शब्द को चूस करना सिख पाओगे साइलेंस और फोकस दोनों एक साथ आते हैं अगर आप सोच सकते हो तो बोल नहीं सकते अगर बोल रहे हो तो सोच नहीं सकते बोलना और सोचना दोनों कभी एक साथ नहीं हो सकता।
जो लोग ज्यादा बोलते हैं वो बस बोलते हैं उनके बातों की कोई वैल्यू नहीं होती एक टाइम पर अलग-अलग इमोशंस की वजह से इंसान के दिमाग से हजारों थॉट्स गुजरते हैं ज्यादा बोलने वाले किसी भी थॉट को अपनी जुबान पे ले आते हैं जो उनके लाइफ में सिर्फ प्रॉब्लम क्रिएट करता है।
वहीं जो लोग साइलेंट रहते हैं उनका फोकस बाढ़ जाता है वो जो भी सोच रहे होते हैं उसे अच्छे से समझ पाते हैं उनके दिमाग में भी कई थॉट्स आते हैं कई ऐसी बातें आती हैं जो वो बोल सकते हैं पर वो साइलेंट रहकर अपने सभी थॉट्स को अच्छे से स्ट्रक्चर करते हैं और सिर्फ तभी बोलते हैं जब उनका बोलना जरूरी होता है।
साइलेंस लोगों का अटेंशन खींचता है अगर आप कभी एक ग्रुप सिचुएशन में हो कोई मीटिंग हो या आप एक क्लास रूम में बैठे हो तो आपने ये जरूर एक्सपीरियंस कर होगा की कैसे साइलेंस लोगों का अटेंशन गैप कर लेट है जब टीचर बोल रही होती हैं लेक्चर दे रही होती हैं।
तो आपका मन अचानक भटक जाता है आप अलग-अलग चीज सोने लगता हो अपने साइड में बैठे दोस्त से बात करने लगते हो टीचर की आवाज आपके बैकग्राउंड में चल रही होती है पर जैसे ही टीचर बोलना बैंड करती है और आपको बात करते हुए नोटिस करके चुपचाप देख रही होती है आपका ध्यान अपने आप उसे साइलेंस पे चला जाता है।
आपके ब्रेन में सिग्नल जाता है की कुछ तो हुआ है और आपका ध्यान अपने आप टीचर पर चला जाता है की यह चुप क्यों हो गई यही चीज हमारी डेली लाइफ में हर जगह होती है आपने भी ये नोटिस किया होगा जब आप बोल रहे होते हो तो कई बार लोग आपकी जरा भी ध्यान नहीं करते पर जैसे ही आप चुप हो जाते हो अचानक सबका ध्यान आपकी तरफ आ जाता है और वह लोग आपसे आकर पूछते हैं की क्या हुआ है आजकल बात नहीं करते।
साइलेंस ट्रस्ट बिल्ड करता है लोगों के साथ रिलेशनशिप बिल्ड करने के लिए अपने से अच्छे लोगों के साथ कनेक्शंस बनाने के लिए ट्रस्ट बहुत जरूरी है और किसी का भी ट्रस्ट जितने के लिए आपको उन्हें सुनाना चाहिए आप अपनी कहानी सुना के अपनी बातें बता के सिर्फ बोलने से सामने वाले को हंसा सकते हो उसे इंप्रेस कर सकते हो हो सकता है वो आपको पसंद भी करने लगे पर वो आप पर इतनी जल्दी भरोसा नहीं कर पाएगा।
कम बोलने की ताकत जानलो सब मरने लगेंगे आप पर 2024
जब तक आप उस सुनने की आदत नहीं डालोगे अब अगर आपके मन में सवाल आ रहा है की बोलने से ज्यादा सुनना क्यों जरूरी है तो ये सवाल उसी तरह है की क्यों पैसे सेव करना खर्च करने से ज्यादा जरूरी है लोगों की बातों को सुनना उसे समझना इतना आसन नहीं है आप चुप होकर उन्हें सुनने का नाटक भी कर सकते हो।
जब आप चुपचाप तो बैठे हो और आपके दिमाग में बस यही चल रहा है की ये कब चुप होगा और मैं बोलना शुरू करूंगा जिससे कभी कोई फायदा नहीं होगा अपने आसपास के एनवायरनमेंट और लोगों के बारे में ज्यादा से ज्यादा इनफॉरमेशन जमा करने के लिए अपने ऑब्जर्विंग और लिसनिंग स्किल को शार्प करना बहुत जरूरी है और वो होता है सिर्फ और सिर्फ साइलेंस की मदद से।
ज्यादातर लोग जब किसी से मिलते हैं तो वो बस अपने बारे में बात करने लगते हैं कैसे उनकी लाइफ कितनी अच्छी है या कितनी प्रॉब्लम भरी है थोड़ी देर के लिए भी चुप रहना उन्हें अनकंफरटेबल फील करता है इसीलिए वो बस बोलते जाते हैं वहीं जो सक्सेसफुल और पावरफुल लोग होते हैं उन्हें आपने कभी भी ज्यादा बोलते हुए नहीं सुना होगा।
बल्कि वो सामने वाले से सवाल पूछते हैं उनके बारे में जानते हैं और उन्हें सुनते हैं और जब आप किसी को ध्यान से सुनते हो ये सामने वाले को बहुत इंपॉर्टेंट फील करवाता है उन्हें ऐसा लगता है की आप उनकी वैल्यू करते हो तभी आप उनकी बातों को सुन रहे हो और ये आप दोनों के बीच ट्रस्ट को बढ़ता है साइलेंस स्ट्रैंथ बिल्ड करता है।
दोस्तों आखिर सच तो यह है की हम में से ज्यादातर लोगों को साइलेंस बिल्कुल नहीं पसंद और हम कहे ना कहे इससे डरते भी हैं क्योंकि हम साइलेंस को लोनलीनेस के बराबर रखते हैं।
क्योंकि हम चाहते हैं की लोग हमें हमेशा देखें हमारी बातें सुने और हमें पसंद करें और प्यार करें हम सभी को लोगों का अटेंशन चाहिए और इससे अटेंशन की चीज में हम बोलना करते हैं और हमारी सभी बातों का इंटेंशन बस यही होता है की वो सामने वाला हमें पसंद करें हम उनकी नजरों में अच्छा दिखाना चाहते हैं इसीलिए हम बोल बोल के अपनी सारी अच्छी बातें उन्हें बताते हैं।
साइलेंस हमें डराता है की अगर हम चुप हो गए तो सामने वाले का ध्यान कही हमारी कमियो पे ना चला जाए वो कही हमें अच्छे से ऑब्जर्व ना कर ले क्योंकि अंदर ही अंदर हम सभी ये बात जानते हैं की हम परफेक्ट नहीं है और साइलेंस को अवॉइड करके हम सच को लोगों से छुपा रहे होते हैं इस झूठी लाइफ को जीने से हम अंदर ही अंदर और कमजोर होते हैं और साइलेंस हमारे लाइफ में एक मिरर की तरह कम करता है।
जब हम शांत होते हैं तो हम अपने ट्रुथ सेल्फ के साथ कांटेक्ट में आते हैं जो हम रियल में है और सच को देख पाते हैं की हमें खुश रहने के लिए लोगों की वैलिडेशन की कोई जरूर नहीं है कोई हमारे साथ चाहे अच्छी तरह बिहेव करें हमारी इंसल्ट करें हमें कुछ भी बोले या हमें इग्नोर कर दे इससे हमारे रियलिटी पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
और साइलेंस यह ताकत हमें देता है की हम खुद के साथ अकेला फील नहीं करते बल्कि साइलेंस में अपने साथ टाइम स्पेंड करने से हम खुद को और भी ज्यादा पसंद करने लगते हैं जो हमारे कॉन्फिडेंस को बहुत ज्यादा बड़ा देता है।
साइलेंस नेगोशिएशन में हेल्प करता है जब आप चुप रहते हो ज्यादा बोलते नहीं तो लोगों से आपकी स्ट्रैंथ और वीकनेस दोनों ही छुपी रहती हैं जिससे कोई भी ना आपको नुकसान पहुंच सकता है नहीं आपको सेड्यूस कर सकता है अपने साइलेंट से आप अपने करैक्टर के ऊपर एक प्रोटेक्टिव शील्ड लगा देते हो और कोई नहीं जान पता की इस साइलेंट पर्सनालिटी के पीछे कैसा इंसान है।
आपकी इस मिस्ट्री से आपके चाहने वाले आपको कभी छोड़ते नहीं और आपके दुश्मन कभी आप पर अटैक नहीं करते जब सामने वाला चुप होता है तो आपके मन में बस यही आता है की वो क्या सोच रहा है इससे पलट दो और सामने वाले को सोचने दो की आप क्या सोच रहे हो।
एग्जांपल मांन लो आप एक जॉब इंटरव्यू में हो और बात आपकी सैलरी की चल रही है सामने से आपको एक अमाउंट ऑफर किया गया है पर आपको उससे ज्यादा सैलरी चाहिए तो कभी भी एकदम से जवाब मत दो थोड़ी देर का वेट करो कुछ देर साइलेंट रहो अनकंफरटेबल साइलेंस किसी को पसंद नहीं है वो इसे खत्म करने के लिए कुछ ना कुछ जरूर बोलेंगे और जाने अनजाने में वो कोई ऐसे इनफॉरमेशन रिवील कर देंगे जिससे आप अपना कोई फायदा करवाओ और अपनी बात मानवा पाओगे।
धन्यवाद।।।।