चालाक कैसे बने |भोलापन कैसे दूर करे | चालाकी से बात कैसे करे | 2024
चालाक और चालाकी यह एक ऐसा शब्द है जिसे कई लोग पॉजिटिविटी देखते हैं तो वहीं कुछ लोग नेगेटिविटी
जबकि इस शब्द का साफ और सिंपल सा मीनिंग है क्लेवर (चतुर) होना चालाक कैसे बने |भोलापन कैसे दूर करे | चालाकी से बात कैसे करे | 2024
और जिसकी डेफिनेशन है चीजों को जल्दी और आसानी से सीखने और समझना की क्षमता होना या दिखाना।
खैर आपकी इसको लेकर कुछ भी सोच हो सकती है लेकिन एक बात से तो हम सभी एग्री करेंगे की अब वो जमाना चला गया जब भोले भले सीधे लोग अच्छे हुआ करते थे क्योंकि आजकल के लोगों को अपना काम निकलवाने से मतलब होता है और किसी चीज से नहीं।
अब ऐसे में हमारे सीधे साधे अच्छे या भोले होने का लोग किस तरह से फायदा उठाते हैं ये तो आप बखूबी जानते हैं इसीलिए आचार्य चाणक्य का भी कहना था की अधिक सीधा होना अच्छा नहीं होता क्योंकि सीधे पेड़ ही सबसे पहले काटे जाते हैं दोस्तों चालक होने का मतलब है वो इंसान जिसका दिमाग तेज चले और जो चीजों को जल्दी और समय से समझे।
अपने कम करवाने और जैसा वो चाहता है वैसा ही हो ऐसा करवाने में वो अपनी समझदारी दिखाएं अब ऐसे वक्त में कौन चाहेगा की वो दूसरों से पीछे रह जाए।
इसीलिए हम आपको 7 ऐसे राज बताने वाले हैं जिससे आपका दिमाग और भी तेजी से चलने लगेगा और आप भी चालक और होशियार बन जाएंगे अब आप बाकियों की तरह नहीं बल्कि बाकियों से अलग बनोगे।
चालाक कैसे बने |भोलापन कैसे दूर करे | चालाकी से बात कैसे करे | 2024
Look Simple And Confuse Them: देखो दोस्तों आपको सीधा सदा नहीं होना चाहिए इसका यह मतलब नहीं की आप बेईमान बन जाओ अगर सामने वाला धोखेबाज है तो आप भी उसके साथ धोखेबाजी करो दूसरों को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करो नहीं बल्कि आपको बस इतना चालक और होशियार होना चाहिए की अगर कोई अपनी होशियारी से आपका नुकसान करने के लिए आ रहा है तो आप इतने बेवकूफ ना बानो के सामने वाला आपके साथ जो चाहे वो करके चला जाए।
बल्कि आपको इतनी समझ होनी चाहिए की कोई आपके साथ कुछ बुरा ना कर पाए लेकिन सबसे इंटरेस्टिंग बात ये है की एक सीरियस अड भोले भाले इंसान में और एक चालाक होशियार आदमी में कोई फर्क नहीं दिखता दोनों एक जैसे बिहेव करते हैं एक नॉर्मल इंसान आपको स्वीट इनोसेंट सा दिखता है जो किसी का कुछ नहीं बिगड़ सकता वही एक चालक और होशियार आदमी दिखता तो बहुत सिंपल है पर अंदर से वो बहुत तेज होता है।
दोस्तों जो लोग चालाक होते हैं वो कभी चालाक दिखते नहीं चालाकी का मतलब ये नहीं है की आपके अंदर बहुत ज्यादा कॉन्फिडेंस होना जरूरी है या आप अपने सोशल लाइफ में बहुत कुल हो चालाक दिखना और चालाक होना ये दो अलग-अलग चीज है इसीलिए चालाकी का सबसे पहले रूल है चालाक बानो चालक दिखो मत और ना ही यह जताने की कोशिश करो की आप कितने होशियार हो या आप क्या कर सकते हो अपने इस पावर को अपने अंदर रखो और सिर्फ सही समय आने पर इससे बाहर निकालो।
Clever People Are Overthinkers: हमें पता है इस ओवर थिंकर शब्द के साथ बहुत ज्यादा नेगेटिविटी जुड़ी हुई है पर कभी सोचा है की हम ओवर थिंकिंग क्यों करते हैं?
डर की वजह से कोई गलती करने का डर फेल हो जाने का डर कुछ अनएक्सपेक्टेड होने का डर पर जहां एक इंसान डर की वजह से ओवर थिंकिंग के इस दल दल में फैंस के रह जाता है वहीं एक चालाक इंसान ओवर थिंकिंग से अपनी इसी डर को खत्म करना जानता है ओवर थिंकिंग की नेगेटिव को जरा साइड में रख दिया जाए तो ज्यादा सोचना कई बार आपके बहुत कम आता है।
ज्यादातर लोग ओवर थिंकिंग से दूर भागते हैं पर चालाक लोग ओवर थिंकिंग को अपनाते हैं एक बात बहुत ध्यान से समझो ज्यादा सोचना कभी गलत नहीं होता बल्कि बेवजह ज्यादा सोचना और गलत सोचना गलत होता है एक ही चीज के बारे में हजार बार सोचना और एक ही चीज के बारे में अलग-अलग एंगल से सोचना इन दोनों में जमीन आसमान का फर्क है इस फर्क को समझो और किसी से भी बात करते हुए या कोई डिसीजन लेते हुए एक सीधे-साधे इंसान की तरह और थिंकिंग को अवॉइड करके सिर्फ एक ही डायरेक्शन में मत सोचो।
बल्कि एक चालाक और होशियार इंसान की तरह उसकी हर एक पॉसिबिलिटी को समझो और फिर एक डिसीजन लो उसके पॉजिटिव और नेगेटिव एक्सपेक्ट दोनों को समझो सिर्फ पॉजिटिव मत सोचो बल्कि राइट सोचो सही सोचो।
Become Highly Adaptable: दोस्तों एक चालाक इंसान का दिमाग हर सिचुएशन में बहुत तेज चलता है वो शुरू में अनाड़ी दिख सकता है पर बहुत जल्द वह खिलाड़ी बनकर सबको चौका देता है माहौल चाहे कैसा भी हो सिचुएशन कितनी भी अच्छी हो या बुरी एक चालाक इंसान हर रंग में ढल जाता है।
जो लोग खुद को बहुत इंटेलिजेंट समझते हैं वह बस अपने कंफर्ट जोन में इंटेलिजेंट होते हैं कोई किताबी कीड़ा हो सकता है जो बहुत पढता लिखता है अच्छे मार्क्स लाता है पर स्कूल कॉलेज खत्म होते ही वो किसी भी नौकरी में टिक नहीं पाता लोग उसके भोलेपन का फायदा उठाते हैं।
चालाक कैसे बने |भोलापन कैसे दूर करे | चालाकी से बात कैसे करे | 2024
उसका इस्तेमाल करके खुद ऊपर चढ़ जाते है और उसे नीचे धकेलते रहते हैं और ऊपर जाने वाले वो लोग ही चालाक होते है और इसमें कोई गलत बात नहीं है अगर कोई पर्सन लाइन में खड़ा हो और अगर कोई दूसरा लाइन मे उसके आगे खड़ा हो जाए और उसे पीछे खड़ा आदमी कुछ न बोले तो इसमें सामने वाला इंसान गलत नहीं है बल्कि वो बेवकूफ है जो सामने वाले को रोक नहीं रहा।
या उसमें इतनी समझ और हिम्मत ही नहीं है की वो उससे हटा सके अगर कोई ढंग से पेस आरहा है तो ढंग से पेस आओ उसे साथ और अगर कोई आपसे चालाकी करने की कोशिश कर रहा है तो उसे चलाकी से ही मुंह तोड़ जवाब देना आना चाहिए और वो तभी होगा जब आप अपने आप को हर सिचुएशन के अकॉर्डिंग ढाल सको।
इसीलिए अपने कंफर्ट जॉन से बाहर निकालो लाइफ के चैलेंज को फेस करना सीखो जितना आप खुद को बाहर लाकर सीखोगे आपकी चालाकी और होशियारी उतनी ही बढ़ती जाएगी।
Emotionally intelligent Argument: चालक और होशियार लोग पहले तो बहुत कम बोलते हैं और वो जो कुछ भी बोलते हैं उससे पहले 10 बार सोचते हैं ऐसे लोग इस बात को अच्छे से समझते हैं की उन्हें कब क्या बोलना चाहिए और कब चुप हो जाना चाहिए।
किसी भी आर्गुमेंट में आपका गोल यह नहीं होता की आप अपने सामने वाले को हरा दो चिल्लाओ शोर मचाओ अपनी बात को वैलिडेट करो और जीत जाओ एक अच्छी आर्गुमेंट वो होती है जहां आप सामने वाले को बातों में उलझा के उससे गलत साबित कर दो।
आपने खुद नोटिस कर होगा चालक और होशियार इंसान कैसे गलत होते हुए भी कई बार खुद को सही साबित करके आसानी से निकाल जाता है इमेजिन करो दो लोगों में बहस हो रही है एक इंसान अपनी बात को सही साबित करने में और सामने वाले को गलत यहां एक चालक इंसान उससे बहस नहीं करेगा की नहीं मैं सही हूं और तू गलत बल्कि वो उसकी सारी बातें सुनेगा और इस की बातों में छुपी हुई कैमियो को ढूंढकर उससे क्वेश्चन करेगा इसी तरह क्वेश्चन करते-करते वो सामने वाला अपने आप गलत प्रूफ हो जाएगा और वो चलाक इंसान उस आर्गुमेंट को जीत जाएगा।
Admit When You Don’t Know Something And Never Blindly Trust Experts: ज्यादातर लोग यह एडमिट नहीं कर पाते की वो गलत है जहां वो अपने नॉलेज को कन्फेस करने के जगह ओवर कॉन्फिडेंस मोड में चले जाते हैं जहां वह यह दिखावा करने की कोशिश करने लगता हैं जैसे उन्हें कुछ तो पता है जबकि रियलिटी में उन्हें कुछ भी नहीं पता होता।
इनफैक्ट एक स्टडी के अकॉर्डिंग जब कुछ लोगों से अपनी ड्राइविंग स्किल को रेट करने के लिए कहा गया तो ऑलमोस्ट 80% लोगों ने अपने आप को एवरेज ड्राइवर की तरह रेट किया जब की रियल में उनमें से सिर्फ 49.9% ही एवरेज ड्राइवर की कैटिगरी में आने के काबिल लोग है।
अपनी नॉलेज को इसलिए फेक करते हैं क्योंकि वो किसी भी हाल में खुद को स्टूपिड और बेवकूफ नहीं दिखाना चाहते तो जब उन्हें कुछ समझ नहीं आता तो वो सिंपल हां में हां मिलाने लगते हैं या फिर वो अपना ओपिनियन ये कहते हुए पास कर देते हैं की मैंने ये न्यूज़ पेपर में पढ़ा था या इंटरनेट पे कहानी देखा था कहानी तो मैंने ये सुना था कहां सुना था वो अभी याद नहीं आ रहा।
बट ये एडमिट करना की आपको कुछ नहीं पता आपके पास किसी चीज की सफिशिएंट नॉलेज नहीं है ये अपने आप में एक पावर है जो सिर्फ चालाक और होशियार लोगों के पास होती है क्योंकि इससे उनकी क्रेडिबिलिटी बाढ़ जाति है इसीलिए अगर आप लोगों को यह शो करते हो की आपको सब कुछ नहीं पता अपने lack ऑफ नॉलेज को लोगों से छुपाते नहीं अपने आप को किसी एक्सपर्ट की तरह शो नहीं करते तो जब आप किसी चीज के बारे में अपना ओपिनियन देते हो या अपनी नॉलेज शेयर करते हो तो लोग आपको अच्छे से सुनते हैं।
और आप पर एक्चुअल में ट्रस्ट करने लगते हैं डोनाल्ड ट्रंप से जब भी कोई रिपोर्टर उनके किसी न्यू कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट से होने वाले नेगेटिव इफैक्ट्स के बारे में कुछ सवाल पूछता है तो ट्रंप उसे रिपोर्टर से आर्गुमेंट नहीं करते वो उसे प्रूव करने की कोशिश नहीं करते की इसके नेगेटिव इफैक्ट्स कितने कम होंगे बल्कि वह सारे पॉजिटिव इफैक्ट्स के बारे में बताते हैं जो उनकी नई बिल्डिंग से लोगों को मिलेंगे।
कैसे वो नए जॉब्स कर रहे हैं स्मॉल बिज़नेस को एक्सपेंड करने में मदद कर रहे हैं और कैसे अपने काम से वो एक पॉजिटिव इफेक्ट ला रहे हैं इसकी हेल्प से वो एक नेगेटिव क्वेश्चन का जवाब एक पॉजिटिव आंसर के साथ देते हैं और हर चालाक और होशियार इंसान यही करता है जब भी उसे लगता है की कन्वर्सेशन उसके फीवर में नहीं जा रही है तो वो ग्राउंड्स को शिफ्ट कर देता है यानी डिबेट मत करो बल्कि इस बात से रिलेटेड किसी और टॉपिक पे बात करो।
या किसी नेगेटिव चीज की पॉजिटिव साइड दिखाओ पॉजिटिव है तो उसके नेगेटिव दिखाओ इससे आप सामने वाले का फोकस शिफ्ट कर दोगे और उसके ध्यान को वही रखोगे जहां आप रखना चाहते हो।
यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया की एक स्टडी के अकॉर्डिंग जो लोग मेंटली शार्प होते हैं वो लोग चीजों को अपने से ज्यादा दूसरों के पर्सपेक्टिव से देखते हैं वो हमेशा नए इतिहास अपॉर्चुनिटी और ग्रोथ के लिए ओपन रहते हैं जहां सीधे साधे लोग अपने ओपिनियन को लेकर बहुत स्ट्रिक्ट होते हैं बस एक ही रास्ते पे चलते हैं और कोई दूसरा रास्ता नहीं देखते वही चालाक और होशियार लोग हर समय जुगाड़ ढूंढ रहे होते हैं।
कोई ऐसा शॉर्टकट जो उन्हें बाकियों से आगे ले जाए आप कभी किसी चालाक और होशियार इंसान को सामने वाले की ओपिनियन को रिजेक्ट करते हुए नहीं देखोगे वो सुनते सब हैं सभी के ओपिनियन लेते हैं फिर ये सारी नॉलेज मिला के वो कुछ ऐसा सोच पाते हैं जो एकदम हटके होता है एक चालाक इंसान बनने के लिए अपने मन को नए पॉसिबिलिटीज और नॉलेज के लिए हमेशा ओपन रखो।
धन्यवाद।।।
ज्यादा सोचना कैसे बंद करे ये स्टोरी आपका सोचने वाला आदत छुड़ा देगी। 2024