जानिए मालदीव के बारे में जाने में कितना खर्चा आता है और कैसा है मालदीव
जानिए मालदीव के बारे में जाने में कितना खर्चा आता है और कैसा है मालदीव हम आपको एक ऐसे देश की सैर कराने जा रहे हैं जो आज तो है
लेकिन आने वाले समय शायद यह देश ना रहेगी ये एशिया का एक ऐसा देश है जिसकी खूबसूरती के आगे शायद कोई भी जगह नहीं टिक पाए
स्वर्ग जैसे इस देश का सिर्फ एक प्रतिशत हिस्सा ही जमीन रूप में है बाकी कि तो 99% जमीन समुंद्र में ही समा गया है ऐसे देश को समुद्री जीव के लिए जन्नत माना गया है यहां के लोग इतने क्रिएटिव हैं कि इस देश में समंदर के अंदर ही रेस्टोरेंट बना दिया है क
एक ऐसा देश जहां पानी के नीचे हो चुकी है कैबिनेट मीटिंग छुट्टियां बिताने के लिए इस देश में सालाना लाखों करोड़ों सैलानी आते हैं दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं आयलैंड देश मालदीव की सबसे पहले आपको बता दे मालदीव का पूरा नाम है रिपब्लिक ऑफ मालदीव
इस देश की जनसंख्या है 5 लाख 47 हजार के आस पास जनसंख्या के मामले में ये एशिया का सबसे छोटा देश है देश के ऑफिशियल लैंग्वेज (विदेही )है। जो देश के 95% लोग बोलते है।
देश के 35% लोग सहर में बाकी के 65% लोग गांव में रहते है हिंद महासागर में स्तिथ छोटा सा देश मालदीव 300 स्क्वायर किलोमीटर में फैला एक दीप समूह है जहा लगभग 1200 आयलैंड है इतनी सिर्फ 200 में ही स्थानीय बस्ती है
जानिए मालदीव के बारे में जाने में कितना खर्चा आता है और कैसा है मालदीव
जबकि बाकी आयरलैंड सैलानियों के लिए है जहां खूबसूरत प्रिजर्व्ड और होटल बनाए गए हैं मालदीव का लगभग 90% हिस्सा समुद्र के ऊपर कृत्रिम तरीके से बनाया गया है इस देश को आप समंदर का देश कहेंगे तो गलत नही होगा
क्योंकि यह देश चारों तरफ से समुद्र से घिरा हुआ है यही इस देश की सबसे बड़ी ताकत है तो यही समंदर इस देश की सबसे बड़ी कमजोरी भी दोस्तों भारत और मालदीव का दशकों पुराना धार्मिक सांस्कृतिक और सामाजिक और कारोबारी रिश्ता है हमारी तरह यह देश भी अंग्रेजों का गुलाम हुआ करता था
साल 1965 में जॉब इसे अंग्रेजों से आजादी मिली थी तब सबसे पहले भारत ने इस देश को मान्यता दी इसलिए मालदीव हमारे लिए महत्त्वपूर्ण है मालदीव का परमुख धर्म इस्लाम है क्योंकि यहां के करीब 98% लोग इसे धर्म को मानते हैं इस देश का नियम सबसे अलग है मतलब मौजूद जो इस्लाम धर्म के होते हैं उन्हीं को इस देश का नागरिक माना जाता है
यहां साफ-साफ यह नियम है कि जो मुस्लिम है वहीं इस देश के नागरिक हो सकते हैं और जो मुस्लिम नहीं है उनके लिए इस देश में कुछ भी नहीं हालांकि हमेशा से ऐसा नहीं था बारहवीं सदी तक यह देश हिंदू राजाओं की अधीन रहा लेकिन बाद में बौद्ध धर्म का केंद्र बन गया और धीरे-धीरे समय के साथ यह पूरी तरह से मुस्लिम राष्ट्र में तब्दील हो गया
मालदीव की राजधानी है मांने जो देश का सबसे बड़ा और सर्वाधिक आबादी वाला शहर है और साथ इस देश का सबसे अहम पर्यटक स्थल भी अपनी रंगीन इमारतें और मस्जिदों के लिए काफी लोकप्रिय है
जानिए मालदीव के बारे में जाने में कितना खर्चा आता है और कैसा है मालदीव
यहां आपको नीचे और ऊपर सब कुछ नीला नीला ही नजर आएगा यहां का मार्केट सैलानियों के बीच बहुत पॉपुलर है दोस्तों मालदीव को दुनिया का सबसे सुरक्षित देश माना जाता है यहां पर ट्यूरिस्ट आते हैं उनके लिए मौज ही मौज है और उन्हें किसी भी बात से परेशान होने की कोई जरूरत नहीं
आपको यह बता दूं कि इस देश में न तो कोई चोरी चकारी की कोई घटना होती है और न ही लूटपाट यही वजह है कि आज इस देश में पैसा 75% टूरिज्म इंडस्ट्री से आता है जो कि इस देश के मुख्य इनकम सोर्स है मालदीव में हर साल लाखों की तादाद में टूरिस्ट आते हैं चारों ओर पानी होने के कारण इस देश में खेती नही हो सकती ऐसे में यहां सिर्फ नारियल के पेड़ ही होते हैं
और यहां के नारियल पानी सबसे कमाल कि होती है मालदीव के रियल पानी की तारीफ पूरी दुनिया में होती है जिस तरह का नारियल पानी आपको यहां पर मिलेगा वह ऐसा आपको कहीं और नहीं मिलेगा यह बहुत ही मीठे होते हैं
और जब आप इसे पिओगे तो आप काफी एवरेज स्पीड होगी और इसके साथ यह भी बहुत एक बड़ा इनकम सोर्स है दोस्तों हमारे देश के लक्षद्वीप समूह से मालदीव केवल 700 किलोमीटर दूर है मालदीव एक ऐसे महत्वपूर्ण जहाज मार्ग से सटा हुआ है जिससे होकर चीन जापान और भारत जैसे कई देशों को ऊर्जा की आपूर्ति होती है
भारत का लगभग 97% इंटरनेशनल बिजनेस हिंदमहासगर से ही होता है मालदीव में सबसे ज्यादा अगर किसी बात के मायने है तो वह है इमानदारी कि इस देश में कोई भी आपको गलत व्यवहार करते नजर नहीं आएगा यहां के लोगों की खासियत यह है कि यह ईमानदारी से जीते हैं तभी तो दोस्तों इस देश में जो भी टूरिस्ट जाता है उसे किसी भी तरह से कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता
यहां पर अगर किसी ने किसी को ठगने की कोशिश की और पकड़ा गया तो यहां के नियम के अनुसार कड़ी कारवाई की जाती है मालदीव के लोग बहुत मेहनती होते हैं यहां पर कम से कम एक इंसान 9 से 10 घंटे लगातार काम करता है यह सबसे अच्छी बात यह है कि सबको अपने काम के बारे में पता होता है
और सब के सब अपने काम को शिद्दत से करते हैं मतलब के इस देश के लोगों का यह स्वभाव है कि वह छोटे से छोटे काम को भी बहुत गंभीरता से लेते हैं मालदीव का लगभग 90% प्रतिशत हिस्सा समुद्र के ऊपर कृत्रिम तरीके से बनाया गया है यहां के आयलैंड की खासियत यह है कि यह बेहद साफ है जो कि हल्के नीले रंग की नजर आते हैं
और इनके सफेद रेत वाले किनारे समंदर में घुलते हुए लगते हैं समंदर की गहराई बढ़ने के साथ-साथ यहां पानी का रंग भी बदलता नजर आता है यहां की खूबसूरती बेमिसाल मानी जाती है जिस वजह से यह देश पूरी दुनिया में मशहूर है सैलानियों के लिए तो मालदीव किसी जन्नत से कम नहीं
जहां हर साल लगभग दुनिया के हर कोने से 8 से 10 लाख लोग घूमने आते हैं यहां का मौसम भी हमेशा सुहावना होता है लेकिन खास तौर पर गर्मियों के लिए ही शानदार है दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया की पहली अंडर वाटर कैबिनेट मीटिंग मालदीव में ही आयोजित की गई थी मालदीव के तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने इस बैठक की अध्यक्षता की
विश्व का ध्यान आकर्षित करने के लिए इस कैबिनेट की बैठक महासागर के नीचे आयोजित की गई यह बहुत साल 2009 कि है जब इस देश की सरकार ने दुनिया की नज़र ग्लोबल वार्मिंग की ओर लाने के लिए अंडर वॉटर मीटिंग की जो कि ऐतिहासिक समय था
मालदीव की एक ओर खास बात यह है कि यहां पर बहुत सारे होटलों को पानी के अंदर बनाया गया है ऐसे होटलों में डिनर करते समय आप समुद्र का मजा उठा सकते हैं शिसे के इन होटलों में जाकर आपको ऐसा लगेगा मानो आप समुद्र के नीचे हो को और आपके आसपास मचलिया घूम रही है
यहां जाना बेहद कमाल का है और टूरिस्ट को लुभाने के लिए काफी है मालदीव के शहर दुनिया भर में मशहूर है इतना ही नहीं अगर आप दुनिया की सबसे बड़ी मछली व्हेल को देखना चाहते हैं तो मालदीव आपको इस नजारे को दिखाने में मदद करेगा
मालदीव व्हेल और डॉल्फिन के नजारे लेने के लिए दुनिया की 5 बेस्ट जगहों में से एक है और फिर व्हेल मछली के 21 प्रजातियों का घर है दोस्तों वाटरडाइविंग के लिए एक शानदार जगह है जो हर साल हजारों गोताखोरों को आकर्षित करते हैं मालदीव के 2006 में वर्ल्ड ट्रैवल अवॉर्ड में दुनिया की बेस्ट वाटर डाइविंग डेस्टिनेशन अवार्ड से नवाजा गया।
यहां के अधिकतर रिसोर्ट में ही स्कूबा डाइविंग और अन्य वॉटर स्पोर्ट्स का इंतजाम करवा दिया गया है मालदीव में हर रिसोर्ट का अपना निजी आयलैंड है और दुनिया के सबसे अच्छे होटल आपको यहां मिल जाएंगे इस बात में कोई दोराय नहीं कि हनीमून के लिए यह जगह बेस्ट है
मालदीव की हवा में ही जैसे रोमांस होता है यहां ज्यादातर सैलानी अपने हनीमून पर आते हैं और होटल का कर्मचारी बढ़चढ़ कर नए जोड़े की सेवा में मुस्तैद होता है और करीब सभी होटलों में रहने के लिए आप चुन सकते हैं एक कमरा जो समुद्र तट पर या पानी के ऊपर हो सकता है
यहां के सनराइज एंड सनसेट देखने लायक होता है मालदीव में होटल को छोड़कर सड़क पर और समुद्र तट पर शराब पीना गैर कानूनी है आपको यह बात सुनकर बहुत ही अधिक दुख होगा कि मालदीव देश आने वाले कुछ सालों में समंदर में समा जो आएगा क्योंकि ये देश समुद्र स्तर की बहुत कम ऊंचाई पर है
कई ऐसी जगह भी है इस देश में जो कि अभी तक समुद्र में समा चुकी है मालदीव देश के पास वह सब कुछ है जो कि इसे खास देश बनाता है लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि यह देश कब तक दुनिया के नक्शे पर रहने वाला है इस अवधि में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए एरोप्लेन टैक्सी का इस्तेमाल होता है जोकि किसी भी समय के दौरान पानी के ऊपर उतर सकता है
दुनिया के ज्यादातर लोग अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मालदीव के सफर पर आते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि इसके पीछे का राज क्या है मामला बहुत ही आसान है ऐसा माना जाता है कि यहां पर हर लड़का अपनी पसंदीदा लड़की को शादी के लिए प्रपोज करता है
अच्छी बात है कि यहां के खूबसूरत माहौल को देखते हुए अक्सर लड़कियां हा कह देती है मालदीव में सबसे कमाल की चीज यहां का खाना है यहां के खानें में आपको तरह-तरह के लाजवाब पकवान मिलेंगे इस देश में सबसे फेमस हैं यहां का ताजा सीफूड यहां आप किसी भी बीच पर चले जाएं आपको एक से बढ़कर एक सी फूड खाने को मिलेगा
साथी दोस्तों यहां का फूड सस्ता भी है और स्वादिष्ट भी मालदीव घूमने के लिए हम ज्यादातर भारतीय परहेज करते है इसका कारण है पैसा हम सबको यह रहता है कि मालदीव घूमने में लाखों रुपए खर्च जाएंगी अगर आप भी उनमें से हैं जो खर्च की वजह से मालदीव के बारे में सपने भी नहीं सोचते
तो वक्त आ गया है इस सपने को हकीकत में बदलने का क्योंकि ये देश इतना महंगा नहीं है और एक बात जो आपको बहुत अच्छी लगेगी कि यहां पर मालदीव जाने के लिए भारतीयों को वीजा की जरूरत नहीं है यहां पर आप बिना किसी वीजा के भी आसानी से 3 महीने तक कह सकते हैं
लेकिन यह सुविधा पाने के लिए कम से कम छह महीने पुराना पासपोर्ट होना जरूरी है मालदीव में 6 से 7 घूमने के लिए लगभग 1से 1.50 लाख रुपए खर्च करने होंगे महाद्वीपीय करंसी मानसी भी यहां रुपया है जिसकी वैल्यू लगभग 4.86 रुपए के बराबर है तो दोस्तों यह था आयलैंड का अध्यक्ष महोदय कैसा लगा हमें बताइए कमेंट में।