7 Day Challenge 7 दिन मे खुद को बदल दो पूरी तरह से अगर सक्सेस होना है तो।
जरा एक बार सोच के देखो कि आपको कैसा लगेगा अगर आपकी जिंदगी अगले सात दिनों में पूरी तरह से गारंटीड बदल जाए आपको अच्छा लगेगा ना, तो आज से 7 Day Challenge 7 दिन मे खुद को बदल दो पूरी तरह से अगर सक्सेस होना है तो।
आप और ज्यादा कॉन्फिडेंट और पावरफुल महसूस करोगे ना, बस ऐसा ही आप इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद गारंटीड महसूस करने वाले हो क्योंकि अगले कुछ मिनटों में हम आपको ऐसी पांच मोस्ट पावरफुल चीजें बताने वाले हैं।
जिसे सिर्फ सात दिन फॉलो करने से ही कमजोर से कमजोर कम फोकस वाला इंसान भी 100% गारंटीड खुद को और अपनी लाइफ को पूरी तरह से बदल सकता है आप पांच चीजों को सात दिनों तक फॉलो करने के बाद इस आर्टिकल को दोबारा आके पढ़ना आप खुद हमें थैंक यू लिख के जाओगे।
बस अगले 7-8 मिनट अपने फोकस को बिल्कुल भी भटकने मत देना इस आर्टिकल में अपना 100% फोकस देने का खुद को चैलेंज दो क्योंकि ये अगले 7-8 मिनट आपकी जिंदगी के अगले 70 साल संवारने वाले हैं।
7 Day Challenge 7 दिन मे खुद को बदल दो पूरी तरह से अगर सक्सेस होना है तो।
क्योंकि इस बात की हम गारंटी लेते हैं कि अगले सात दिनों में आप अपनी लाइफ में एक बहुत बड़ा चेंज देखोगे क्योंकि हमें पता है कैसा महसूस होता है जब हम लोग करना तो बहुत कुछ चाहते हैं लेकिन कोई सही रास्ता नहीं दिखता और चाहकर भी हम कुछ नहीं कर पाते।
रोज खुद से और अपनी आदतों से हारना 100% फोकस कॉन्फिडेंस और सेल्फ कंट्रोल ना होना लोगों के बीच इंपॉर्टेंस नहीं मिलना दूसरों की नजरों में क्या खुद की नजरों में खुद के लिए रिस्पेक्ट ना होना और इतना पावरफुल ना होना कि हम जो सोचे वो कर पाए या कोई हमसे कुछ फालतू बोलने से पहले 10 बार सोचे,
कोई बात नहीं जो अब तक नहीं हुआ वो अब होगा बस अब आपको इन पांच चीजों को अगले सात दिनों तक फॉलो करना है।
7 Day Challenge 7 दिन मे खुद को बदल दो पूरी तरह से अगर सक्सेस होना है तो।
जिसमें से पहला स्टेप है: Phone off, Screen off And Mood on ये एक काम कर लो तो आने वाले बाकी चार काम अपने आप आसान हो जाएंगे सुबह उठते ही सबसे पहली चीज जो आपके हाथों में होती है वो है आपका फोन रात को सोने से पहले सबसे आखिरी चीज जो आपके हाथों में होती है आपका फोन आपको शायद अभी अंदाजा नहीं है पर आपका ये फोन आपकी जिंदगी की सबसे बड़ी रुकावट बना हुआ है।
यकीन नहीं हो रहा तो जरा अपने फोन की सेटिंग्स में अपना एवरेज स्क्रीन टाइम चेक करो यानी हर दिन आप लगभग कितना टाइम अपने फोन पे बिताते हो अगर ये दो-तीन घंटे से ज्यादा है तो आप बहुत बड़ी मुसीबत में हो आधा-आधा दिन सिर्फ एक स्क्रीन को घूरते हुए विता देना यही मेन रीजन है कि आप 15 मिनट से ज्यादा किसी भी चीज पे फोकस नहीं कर पाते,
यही वजह है कि यह आर्टिकल अभी शुरू ही हुई है लेकिन आपका इसे अभी बंद करने का मन करने लगा होगा या दूसरी आर्टिकल पढ़ने का आप सोच रहे होंगे आपकी नींद की क्वालिटी खराब होती जा रही है सर दर्द गर्दन में दर्द और हर टाइम लो एनर्जी और लेजी फील करना इन सब चीजों की जड़ है ये स्क्रीन,
आपका फोन वो टाइम गया जब हम कह सकते थे कि फोन हमारी लाइफ को बेहतर बनाने के लिए है अब नहीं है ये आपकी लाइफ की क्वालिटी को बद से बदतर बनाता जा रहा है जिस जिस इंसान ने आज के वक्त में अपना फोन छोड़ दिया वो बाकी के 95% लोगों से अपनी लाइफ में आगे बढ़ सकता है।
अगले सात दिनों तक सिर्फ सात दिनों तक अपने फोन को बंद करो स्क्रीन को ऑफ करो और फिर देखो कैसे सारे काम होते हैं आपका फोकस और कंसंट्रेशन बढ़ जाएगा आपकी मेंटल हेल्थ और फिजिकल हेल्थ स्लीप क्वालिटी बेहतर होने लगेगी और आपका मूड भी बेहतर होने लगेगा।a
7 Day Challenge 7 दिन मे खुद को बदल दो पूरी तरह से अगर सक्सेस होना है तो।
स्टेप 2: Pratice—No fap
No fap एक मिथ है क्या, क्या ये सच में काम करता है मैस्टरबेशन करना हेल्दी है या नहीं बहुत से सवाल हैं जवाब आप बस एक इतना मत सोचो वरना सोचते ही रह जाओगे और कुछ कर नहीं पाओगे नो फैप करने से बेनिफिट होते हैं या नहीं इसे जानने का सबसे बेस्ट तरीका है खुद इसे प्रैक्टिस करके देखना,
इसलिए हम भी आपको कुछ नहीं बता रहे क्योंकि हम चाहते हैं कि आप खुद इसे प्रैक्टिस करो इसे करने का पर्पस सिर्फ यह है ताकि आप सेल्फ कंट्रोल मास्टर कर सको कहा था ना आप कंट्रोल खो चुके हो बाथरूम में चलो फोन की डिस्ट्रक्शन से एक बार को खुद को बचा लोगे लेकिन ये जो गंदगी जमा हो गया है दिमाग में इसे तो निकालना पड़ेगा ना इसी के लिए नो फैप को प्रैक्टिस करना है।
गंदे ख्याल आए तो उन्हें कंट्रोल करना सीखो जितना ज्यादा आप यह प्रैक्टिस करोगे आप उतनी बार जीतोगे शुरू करने के लिए बस सात दिन तक खुद को कंट्रोल करना है इन सात दिनों में किसी भी तरह के पोर्न और मैस्टरबेशन को अवॉइड करना है,
और आज से सात दिन बाद इस आर्टिकल के कमेंट्स में आके अपना एक्सपीरियंस जरूर शेयर करना है
स्टेप 3: Master your Time जब भी आपको यह ख्याल आए कि यार मेरा तो टाइम ही खराब चल रहा है दरअसल आपका टाइम खराब नहीं चल रहा है बल्कि आप अपने टाइम को खराब चला रहे होते हो,
क्योंकि टाइम सबके लिए सेम ही रहता है किसी के लिए सही या गलत नहीं होता बल्कि लोग सही या गलत होते हैं टाइम नहीं आप सही टाइम पे अपना काम खत्म नहीं कर पा रहे हो प्रोक्रेस्टिनेशन की ऐसी लत लग गई है कि चाहे कुछ भी कर लो इतनी वीडियोस देख लो बुक्स पढ़ लो सारी दुनिया जहान की टिप्स एंड ट्रिक्स लगा लो कुछ ना कुछ छूट ही जाता है।
जिसका बाद में बहुत पस्तावा होता है स्टूडेंट अपने टाइम को मैनेज ना कर पाए तो वो फेल हो जाता है एक जॉब करने वाला अपने टाइम को मैनेज ना कर पाए तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा एक हस्बैंड अपने बीवी बच्चों को टाइम ना दे तो उसकी कोई इज्जत नहीं करेगा,
अगर अपनी हेल्थ को टाइम नहीं दिया तो बीमारियां भी बहुत जल्दी पकड़ लेंगी अगर आप कभी ध्यान से सोचो तो आपकी लाइफ क्या है,
चॉइसेज है जो आप हर टाइम लेते रहते हो लाइफ आपको कितने मौके देती है हर दिन हर घंटा हर मिनट आपके पास चॉइस है कि आप क्या करते हो वो करते हो जो आपके लिए करना जरूरी और सही है या वो करते हो जो आप करना चाहते हो और जिससे बस थोड़ी देर की खुशी मिलती है दोनों में बहुत फर्क है।
एक आपकी जिंदगी बनाता है दूसरा बिगड़ता है इसीलिए अगले सात दिन अपने दिल की कम और दिमाग की ज्यादा सुनो हर चीज का एक टाइम फिक्स करो किस टाइम पढ़ना है किस टाइम काम करना है किस टाइम उठना है किस टाइम सोना है अपने 24 घंटों का एक रूटीन बनाओ अपने टाइम का कंट्रोल अपने हाथों में लो,
और सबसे इंपॉर्टेंट सुबह के 4 घंटे में अपना फोकस डाल दो ये पूरे दिन का सबसे बेस्ट टाइम है फिर चाहे मन हो या ना हो जो काम जब करना है उसे करके खत्म कर दो सारा खेल टाइम का है जिसने अपना टाइम कंट्रोल कर लिया उसकी लाइफ उसके कंट्रोल में आ जाएगी।
स्टेप 4: Dont Think Just Do लोगों में एक बहुत खराब आदत होती है वो सोचते बहुत कुछ हैं लेकिन करते कुछ नहीं और ये एक चीज हमें एक अच्छी लाइफ जीने से रोक रही होती है,
ओवरथिंकिंग जरा इमेजिन करो आपको एक पानी से भरा हुआ गिलास दिया गया है आपको उस गिलास को अपने एक हाथ को ऊपर करके पकड़ के रखना है अब अगर आप इस गिलास को 1 मिनट तक पकड़े रखोगे तो कुछ पता नहीं चलेगा पर अगर आप इस ग्लास को 1 घंटे तक अपने हाथ में यूं ही पकड़े रहोगे तो ये गिलास इतना ज्यादा भारी लगेगा कि आपका हाथ दुखने लगेगा,
और अगर आप आप इसे पूरे दिन पकड़े रहोगे तो यह गिलास आपके लिए इस दुनिया की सबसे भारी चीज हो जाएगी पानी के गिलास का वजन कभी चेंज नहीं हुआ पर आपने इसे जितनी देर तक पकड़े रखा ये उतना ही भारी होता चला गया ओवरथिंकिंग इसी पानी के गिलास की तरह काम करती है।
अगर आप नॉर्मली किसी चीज के बारे में सोचो तो इतना फर्क नहीं पड़ेगा पर अगर आप ज्यादा सोचने लगो तो ये आपको परेशान करने लगेगी वहीं अगर आप एक ही चीज के बारे में पूरा पूरा दिन सोचोगे तो आपके हाथ की तरह आपका ब्रेन दर्द और थका हुआ फील करने लगेगा,
जहां आप में कुछ भी करने की एनर्जी नहीं होगी आपके मोटिवेशन लेवल गिर जाएंगे आप डिप्रेस्ड फील करने लगोगे ओवरथिंकिंग चीजों के अपोजिट काम करती है अगर आप खुद को बदलना चाहते हो तो इस आदत को खत्म करना पड़ेगा।
इस चैलेंज के सात दिनों में एक सिंपल ये ट्रिक अप्लाई करो जब भी आप खुद को ओवरथिंकिंग करते हुए पाओ तो 5 सेकंड के लिए अपने दिमाग को वही रोक के अपने दिमाग में फाइव 4 3 2 वन काउंट करो और खुद को कहो डोंट थिंक जस्ट डू अपनी ओवर थिंकिंग को रोक दो जिसे मेल रॉबिंस का फाइव सेकंड रूल कहा जाता है।
और बस जो काम कर रहे थे उसपे वापस लग जाओ आप जितना ज्यादा अपने काम में बिजी रहोगे आपकी ओवरथिंकिंग अपने आप कम होती जाएगी वो कहते हैं ना खाली दिमाग शैतान का घर इसीलिए अपने आप को बिजी रखो खुद को कुछ सोचने का मौका ही मत दो,
क्योंकि जितना सोचना था सोच लिया सोचने से कुछ नहीं बदल रहा है अब बारी है एक्शन लेने की।
स्टेप 5: Become Thought less एक लास्ट चीज जो आपको करनी है वो है प्रैक्टिस माइंडफुल और सच में आप बाकी सारे रूल्स के साथ इसे कंसिस्टेंटली सिर्फ सात दिनों के लिए फॉलो करोगे ना तो सातवें दिन आपको अपने आप फर्क महसूस होना शुरू हो जाएगा।
हमने अभी जाना कि कैसे ओवरथिंकिंग की बीमारी लग जाती है अपने आप को बिजी रख के हम ओवरथिंकिंग को अवॉइड कर लेंगे लेकिन माइंडफुल इस ओवरथिंकिंग की बीमारी की परमानेंट दवाई है जिसे अगर आप मास्टर कर लो तो आप मेंटली इतने ज्यादा ताकतवर हो जाओगे कि आपके लिए फिर कुछ भी मुश्किल नहीं रहेगा,
और यह बात सिर्फ हवा में नहीं है हावर्ड में की गई एक एमआरआई स्टडी में यह देखा गया है कि जिन लोगों ने एट वीक्स का माइंडफुल कोर्स लिया था जहां वो 8 वीक्स तक लगातार हर दिन मेडिटेशन करते थे उन्हें यह पता चला कि उनके ब्रेन में मैटर का एरिया बढ़ गया था।
जो हमारी एंपैथी और सेल्फ अवेयरनेस के लिए रिस्पांसिबल होता है और साथ ही हमारे ब्रेन में जो एरिया स्ट्रेस और नेगेटिविटी के लिए रिस्पांसिबल होता है उसका साइज भी श्रिंक हो गया था इतना ज्यादा पावरफुल होता है माइंडफुल तो इसे जरूर रोज प्रैक्टिस करना
धन्याबाद
लास्ट में बस इतना ही अगर पसन्द आया तो कृपया 1 छोटा सा कमेंट जरुर करे ।